Damoh Hijab Controversy Update: केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कथित तौर पर हिजाब पहनने वाली दमोह की छात्राओं के मामले में फिर से जांच के आदेश देने के लिए राज्य के गृह मंत्री को धन्यवाद दिया और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
Trending Photos
Damoh Hijab Case Update: मध्यप्रदेश (MP News) के दमोह (Damoh News) में सामने आए हिजाब मामले पर क्षेत्र के सांसद और केंद्रीय जलशक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल का बयान सामने आया है. दमोह अल्प प्रवास पर पहुंचे मंत्री पटेल ने कहा कि घटना शर्मसार करने वाली है और जिस मंशा को लेकर की गई है. उस मंशा की निंदा होनी चाहिए. बता दें कि पटेल ने कहा कि प्रदेश के गृह मंत्री ने इसे संज्ञान में लेते हुए पुनः जांच के आदेश दिए हैं. जिसके प्रति दमोह का सांसद होने के नाते वो आभार व्यक्त करते हैं. वहीं स्कूल प्रबंधन पर जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
आखिर क्या है मामला?
बता दें कि दमोह के गंगा जमुना निजी स्कूल के वायरल पोस्टर में एमपी बोर्ड की टॉपर छात्राओं को कथित तौर पर हिजाब पहने दिखाया गया है, जिस पर विवाद छिड़ गया है. लोगों के आक्रोश के बावजूद लड़कियों के परिजनों ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है. वहीं मामले को लेकर जिला कलेक्टर के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से स्पष्ट किया गया कि वायरल पोस्टर का मामला निराधार है और जांच के बाद किसी को भी दोषी नहीं पाया गया है.
गौरतलब है कि दमोह के मामले को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण ने जांच के लिए नए बिंदु निर्धारित करके कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है. वहीं दमोह की इस घटना पर भोपाल से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. विधायक रामेश्वर शर्मा ने स्कूल के आतंकी संगठन पीएफआई से जुड़े होने की जांच की मांग की है. उन्होंने स्कूल को क्लीन चिट देने वाले कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है.
निकाह से पहले कराया ब्राह्मण लड़की का धर्म परिवर्तन, शादी का कार्ड देख मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल
बता दें कि विधायक शर्मा ने स्कूल की मान्यता रद्द करने, जिम्मेदार व्यक्तियों को जेल भेजने और राज्य में ऐसे ही स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी को भी हिंदुओं पर दबाव डालने या लड़कियों को हिजाब पहनने के लिए मजबूर करने का अधिकार नहीं है और उन्होंने कार्रवाई नहीं करने के लिए कलेक्टर की आलोचना करते हुए कहा कि कलेक्टर मयंक अग्रवाल को कार्रवाई करने के लिए भेजा गया था न कि शांतिदूत बनने के लिए.
रिपोर्ट: महेंद्र दुबे (दमोह)