MP News: दमोह शहर का कोतवाली पुलिस थाना इन दिनों थाना कम अनाज का गोदाम ज्यादा लग रहा है. क्योंकि यहां जहां देखों वहां अनाज रखा हुआ है. ऐसे में जैसे ही कोई यहां पहुंचता है तो वह इस सोच में पड़ जाता है कि कोतवाली में इतना सारा अनाज क्यों रखा हुआ है. मजेदार बात यह है कि पुलिस के जवान खुद जगह-जगह से अनाज की यह बोरिया ला रहे हैं और उन्हें कोतवाली में जमा कर रहे हैं. ये सब देखकर थाने में आने वाले लोग हैरान है कि आखिर ये पुलिस थाना है या फिर अनाज गोदाम ?. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह है पूरा मामला


दरअसल, कोतवाली में रखा यह अनाज पहले गोदाम में ही रखा था. लेकिन यह अनाज गोदाम से चोरी करके बेचा गया था. लेकिन पुलिस ने पूरे मामले की जांच पड़ताल की और चोरों का पता लगाने के साथ-साथ चोरी हुआ अनाज भी खोज लिया. ऐसे में जब चोर हिरासत में आये तो फिर पुलिस इन अनाज की बोरियों को लेकर थाने आ रही है जिससे पुलिस थाने ने ही अनाज गोदाम की शक्ल ले ली है. 


इस तरह हुआ चोरी का खुलासा 


दरअसल, बीती 21 जुलाई को शहर के पथरिया फाटक रेलवे ब्रिज के पास बनी एक अनाज गोदाम के मालिक ने रिपोर्ट दर्ज कराई की उसकी गोदाम से 200 से ज्यादा चना और मसूर की बोरियां गायब हुई हैं. ऐसे में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की और अनाज की तलाश शुरू की. पुलिस का दावा है कि गोदाम में गिरे चने के दानों के सहारे उन्होंने इलाके के एक चोर को धर दबोचा और उसके पकड़े जाने के पास उसने तीन और साथियों के नामों का खुलासा हो गया. 


दो महीने में चुराया था अनाज 


चोरों ने पुलिस को बताया कि ये अनाज उन्होंने एक दिन में नहीं बल्कि पूरे दो महीनों में सुकून से चुराया था.  रोजाना कुछ बोरी चना चुराते और बाजार में बेंच देते थे धीरे-धीरे इसकी तादात 200 बोरी से ज्यादा हो गई. पूछताछ में आरोपियों ने जिन-जिन खरीददारों के नाम और पते बताये पुलिस ने उन जगहों से चोरी की गई चने की बोरियां जब्त कर ली. अब इन जब्त बोरियों को पुलिस कोतवाली थाने में रख रही है. अनाज की एक बोरी का बजट पचास किलोग्राम है. अब तक कुल 215 बोरियां लाई जा चुकी है. इस पूरे अनाज की कीमत तकरीबन सात लाख रुपये है. मामले में कोतवाली थाना प्रभारी आनंद सिंह ने बताया कि फिलहाल पकड़े गए चारों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. जिसमें कई और खुलासे होने की भी पूरी उम्मीद है.


दमोह से महेंद्र दुबे की रिपोर्ट


ये भी पढ़ें: नागर की नाराजगी हुई दूर या फंसा है मामला, कैलाश विजयवर्गीय दिल्ली से सेटल करेंगे मसला ?