प्रमोद शर्मा/भोपाल: मंदसौर में भगवान पशुपतिनाथ मंदिर के गर्भगृह में रेलिंग के अंदर श्रद्धालुओं को प्रवेश देकर नियम उल्लंघन करने के मामले में मंदिर के पुजारी पुरुषोत्तम जोशी को निलंबित कर दिया था. मंदिर के पुजारी के निलंबन का मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है. शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर जिला प्रशासन पर सवाल खड़े किए है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

40 घंटे से चल रहा राहुल का रेस्क्यू ऑपरेशन, 80 फीट गहरे बोरवेल में फंसा है मासूम


दिग्विजय ने ट्विटर पर लिखा 
दिग्विजय सिंह पुजारी के निलंबन की कार्रवाई पर ट्वीट करते हुए लिखा कि जुर्म करे कोई, सज़ा मिले किसी और को? यह कहं का न्याय है कलेक्टर महोदय? तहसीलदार महोदय के मेहमानों को यदि पुजारी जी संतुष्ट नहीं करते तो क्या उन्हें प्रशासन की नाराज़गी नहीं सहन करनी पड़ती? कलेक्टर महोदय मंदसौर पुजारी का निलंबन समाप्त करिए और तहसीलदार महोदय से स्पष्टीकरण लीजिए. पशुपतिनाथ जी के निर्दोष सेवक को दण्डित करना किसी के लिए उचित नहीं होगा.



बीजेपी विधायक ने साधा निशाना
भाजपा विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने दिग्विजय के ट्वीट पर पलटवार करते हुए लिखा - आप चिंता ना करें पुजारी जी के साथ न्याय होगा. मैंने कलेक्टर महोदय से आपके ट्वीट के पूर्व ही कल ब्राह्मण समाज के एक जिम्मेदार प्रतिनिधिमंडल के समक्ष निलंबन समाप्त करने की चर्चा कर ली है. काश आप कश्मीरी पंडितों की पीड़ा दर्द और मर्म को समझ पाते उनके ऊपर भी कोई प्रतिक्रिया दे देते.


क्या था मामला 
दरअसल पशपुतिनाथ मंदिर के गर्भगृह में रेलिंग के अंदर भक्तों का प्रवेश वर्जित है. लेकिन पुजारी पुरुषोत्तम जोशी नियम तोड़ते हुए जजमानों को भगवान पशुपतिनाथ की मूर्ति के पास स्थित रेलिंग के अंदर ले जाकर पूजा करवाई. इसका एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो कलेक्टर ने पुजारी को पहले कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया. पुजारी का संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो कलेक्टर ने निलंबित करने की कार्रवाई की.