संदीप मिश्रा/डिंडौरी:  मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले के मैट्रिक कन्या आदिवासी छात्रावास से लापता दो छात्राएं मिल गई हैं. कोतवाली पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद दोनों छात्राओं को बरामद कर लिया है. पुलिस की दो टीमें छात्राओं की तलाश में बिलासपुर और शहडोल गई थीं. बता दें कि छात्राओं के गायब होने के बाद हॉस्टल प्रबंधन के होश उड़ गए थे.


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29 जनवरी को गायब हुई थी छात्राएं
पूरा मामला डिंडौरी के पोस्ट मैट्रिक कन्या आदिवासी हॅास्टल का है. बताया जा रहा है कि शासकीय कन्या कस्तूरबा विद्यालय के 9वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा और शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के 12वीं क्लास में पढ़ने वाली दोनों नाबालिग छात्रा 29 जनवरी को हॉस्टल से गायब हुई थीं. इस पूरे मामले में हैरानी वाली बात तो यह है कि छात्राओं के गायब होने की जानकारी वार्डन को अगले दिन लगी और फिर प्रबंधन ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.


अधीक्षिका निलंबित
छात्राओं के गायब होने के मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हॉस्टल की अधीक्षिका को निलंबित कर दिया है. जिला के सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला ने यह कार्रवाई की है. छात्राओं के गायब होने के बाद हॅास्टल में रहने वाली छात्राओं में डर का माहौल है. 


इससे पहले भोपाल से लापता हुई थीं 26 लड़कियां 
गौरतलब है कि एमपी में कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं. कुछ दिनों पहले राजधानी भोपाल के एक अवैध बालिका गृह से 26 छात्राओं के लापता होने की खबर भी सामने आई थी. आरोप है कि हॉस्टल अवैध रूप से चलाया जा रहा था. इसके अलावा हिंदू और मुस्लिम लड़कियों से मिशनरी धर्म के लिए प्रार्थना कराने का भी आरोप है. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) की जांच के बाद यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ था. अवैध बालिका छात्रावास में सिर्फ ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार, गुपचुप तरीके से हिंदू और मुस्लिम बच्चियों को मिशनरी धर्म की प्रैक्टिस कराई जाती थी. छात्रावास परिसर में सिर्फ ईसाई धर्म से जुड़े फोटो, प्रेयर और टेम्पल मिले थे.