हितेश शर्मा/दुर्ग: महादेव ऐप ऑनलाइन सट्टा कारोबारियों के खिलाफ दुर्ग पुलिस ने अब तक 100 से ज्यादा कार्रवाई की है. लेकिन अब महादेव ऐप को लेकर पहली बार छत्तीसगढ़ से बाहर दिल्ली में कार्रवाई की गई है.


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पुलिस ने दिल्ली के साकेत से महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के सेंटरों को पुलिस ने ध्वस्त किया है. जहां से 16 सट्टा खिलाने वाले लोगों को भी गिरफ्तार कर पुलिस छत्तीसगढ़ के दुर्ग ले आई हैं, तो वहीं अकेले दुर्ग भिलाई के ही डेढ़ सौ से ज्यादा युवक ऑनलाइन सट्टेबाजी का काम कर रहे हैं. जो कि छत्तीसगढ़ के बाहर अन्य बिगड़ जिलों में फैले हुए हैं. महादेव ऑनलाइन ऐप सट्टा का संचालक सौरव चंद्राकर दुर्ग का ही रहने वाला है. जो कि दुबई में बैठकर पूरे काम को मॉनिटर करता है. 


महादेव ऑनलाइन सट्टा केस की जांच करेगी ईडी! ब्लैकमनी को लेकर हो सकते हैं बड़े खुलासे


आपको बता दें कि पिछले 6 महीनों से लगातार दुर्ग पुलिस महादेव ऑनलाइन सट्टा के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. अब तक 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है तो वहीं अब इस मामले को ईडी हैंडल करेगी. ईडी ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग पुलिस से महादेव ऑनलाइन एप की सारी जानकारियां मांगी है. आपको बता दें कि पिछले 6 महीने के अंदर जितने भी रिकॉर्ड सामने आए हैं. उनमें करोड़ों रुपए के लेन-देन की बात सामने आ रही है. जो की मनी लॉन्ड्रिंग का एक बड़ा हिस्सा है.


दिल्ली के साकेत पहुंची पुलिस
दिल्ली के साकेत ब्रांच में काम करने वाले सभी लड़के छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले और आसपास के शहरों के ही रहने वाले हैं. इनके पास से 6 लैपटॉप, 31 एंड्राइड मोबाइल फोन 50 से ज्यादा बैंकों के पासबुक और चेक बुक एटीएम सहित 20 से ज्यादा मोबाइल के सिम मिले हैं. जिसमें से कई सिम दुबई के भी बताएं जा रहे हैं. 


सट्टेबाजों के खिलाफ अब ईडी ने खोजबीन शुरू कर दी है. ईडी अब इसके सरगना तक पहुंचने के लिए विदेश मंत्रायल को पत्र लिखने की तैयारी में जुटी हुई हैं ताकि उन सभी के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी करवाया जा सकें. दुर्ग जिले में ईडी को पिछले दिनों छापेमारी के दौरान इसके दस्तावेज मिले थे. इसमें काफी रसूखदार लोगों के जुड़े होने के इनपुट मिले इसे देखते हुए विभागीय अधिकारी कवादय में जुटे हुए है.


21 करोड़ रुपये ब्यौरा मिला
दुर्ग पुलिस ने ईडी को बताया कि महादेव एप के संचालक जो सभी दुर्ग जिले में ही निवास करते हैं. सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल,दिवान,राज गुप्ता, अतुल अग्रवाल, काले,सन्नी सिंह और सतनाम सिंह सहित कई पार्षद, ट्रांसपोर्टरों,जमीन और सराफ कारोबारियों के नाम मिले हैं. इन सभी को ईडी के साथ शेयर किया गया हैं. वहीं साइबर सेल ने अब तक 1100 से अधिक संदिग्ध बैंक खाते, ऑनलाइन बैटिंग से जुड़े बैंक खातों के करोड़ो से अधिक राशि फ्रीज करने संबन्धी पूरी सूची ईडी को सौंपी हैं. साथ ही 21 करोड़ रुपए ऑनलाइन सट्टा के रूप में लेनदेन का ब्यौरा भी दिया हैं, सुपेला थाना में दर्ज मामले में आरोपी और एस बैंक के एकाउंट की लिस्ट भी सौंपी हैं. अब ईडी उन खाते से ट्रांजेक्शन और इनकम की जानकारी जुटाएगी.