दुर्ग जिले में पिछले दिनों छापेमारी के दौरान ईडी को महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले में कई रसूखदार लोगों के जुड़े होने का इनपुट मिला था. जिसके बाद ईडी ने इसकी गंभीरता से जांच शुरू की.
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हितेश शर्मा/दुर्गः महादेव ऑनलाइन सट्टा केस में अब ईडी की भी एंट्री हो गई है. बता दें कि अब इस मामले की जांच ईडी भी करेगा. यह पहली बार है कि किसी ऑनलाइन सट्टा एप की जांच ईडी द्वारा की जाएगी. आशंका जताई जा रही है कि महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के जरिए दुबई में बैठकर मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए ब्लैक मनी विदेश भेजी जा रही थी. जिसके बाद ईडी ने संज्ञान लेकर इस मामले की जांच अपने हाथ में ली है.
ईडी के अधिकारी इनपुट के लिए लगातार पुलिस के संपर्क में हैं. इनपुट के बाद ईडी को आशंका है कि यह मनीलॉन्ड्रिंग के जरिए ब्लैकमनी विदेश पहुंचाने का मामला है. फिलहाल ईडी, विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर इसके सरगना तक पहुंचने की तैयारी में जुटी है ताकि उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी करवाया जा सके. बता दें कि महादेव ऑनलाइन सट्टा एप को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस काफी सक्रिय है. अब तक इस मामले में सट्टा कारोबारियों के खिलाफ दुर्ग पुलिस ने 100 से ज्यादा कार्रवाई की हैं.
जांच में पता चला है कि महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के तार दुबई और पाकिस्तान जैसे देशों से जुड़ रहे हैं. आशंका है कि विदेश में बैठे लोग महादेव बुकी को संचालित कर रहे हैं. दुर्ग जिले में पिछले दिनों छापेमारी के दौरान ईडी को महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले में कई रसूखदार लोगों के जुड़े होने का इनपुट मिला था. जिसके बाद ईडी ने इसकी गंभीरता से जांच शुरू की. ईडी के सदस्यों ने दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव से मुलाकात कर महादेव एप को लेकर जानकारी ली. दुर्ग पुलिस ने इस मामले में मोहन नगर, सुपेला, छावनी, जामुल, खुर्सीपार थानों में मामले दर्ज किए हैं.
बता दें कि महादेव सट्टा मामले में संचालकों में कई पार्षद, ट्रांसपोर्टर, रियल एस्टेट कारोबारी और सर्राफा कारोबारियों के नाम सामने आए हैं. इस मामले में 21 करोड़ रुपए के लेनदेन का ब्यौरा मिला है. पुलिस ने सभी नामों और लेनदेन की जानकारी ईडी को दी है. महादेव ऑनलाइन सट्टा एप से संबंध रखने वाले पुलिसकर्मियों पर भी विभाग की नजर है. ऐसे 16 पुलिसकर्मियों की सूची तैयार कर ली गई है.