कूनो: चीतों के बाड़े में छ‍िपे हैं तेंदुए, वाइल्‍डलाइफ टीम 10 द‍िनों से न‍िकालने की कर रही मशक्‍कत
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कूनो: चीतों के बाड़े में छ‍िपे हैं तेंदुए, वाइल्‍डलाइफ टीम 10 द‍िनों से न‍िकालने की कर रही मशक्‍कत

देश में पहली चीतों की सफारी मध्‍य प्रदेश के श्‍योपुर ज‍िले में तैयार हो रही है. यहां चीतों के ल‍िए बाड़े तो बना ल‍िए गए लेक‍िन इन पर अब तेंदुओं का कब्‍जा है. चीतों के बाड़े में छ‍िपे तेंदुओं को न‍िकालने के ल‍िए वाइल्‍डलाइफ की टीम ने कूनो नेशनल पार्क में डेरा डाल द‍िया है.  

 

कूनो वाइल्‍ड लाइफ सफारी.

अजय राठौर/ श्‍योपुर: भारत में 70 साल पहले विलुप्त हो चुके चीतों का दीदार एक बार फिर देश के लोगों को मध्य प्रदेश में बहुत जल्द होने वाला है. भारत मे केंद्र सरकार द्वारा साउथ अफ्रीका और नामीब‍िया सरकार से समझौते के चलते चीतों को भारत मे लाने की तैयारी चल रही है. नामीब‍िया से आने वाले चीतों को देश मे बसाने के लिए मध्य प्रदेश के श्योपुर कूनो पालपुर नेशनल पार्क को देश की पहली चीता सेंचुरी के तौर पर तैयार किया गया जहां चीतों को रखने की तैयारियां पूरी कर ली गयी है. 

अफ्रीकन चीतों के लिए कूनो नेशनल पार्क का वातावरण बेहतर
पिछले एक साल से ज्यादा समय में दोनो देशों के विशेषज्ञों द्वारा श्योपुर के कूनो नेशनल पॉर्क का भ्रमण और निरीक्षण भी किया जा चुका है और अफ्रीकन चीतों के लिए कूनो नेशनल पार्क का वातावरण भी टीम के सदस्यों द्वारा बेहतर और अनुकूल बताया गया. 

अफसरों ने साध रखी है चुप्‍पी
बीते जून के महीने में साउथ अफ्रीका और नामीब‍िया देश के सदस्यों ने कूनो का दौरा करते हुए सरकार को चीतों की शिफ्टिंग के लिए सहमति भी जारी कर दी थी. श्योपुर के 750 वर्ग मीटर में फैले नेशनल पार्क में चीतों को लाने के लिए प्रदेश सरकार के वन विभाग के अफसरो ने कूनो में तैयारी तो पूरी कर ली है लेकिन नामीब‍िया से चीते कब और किस तारीख को भारत मे लाये जाएंगे, इस पर अफसरों की चुप्पी से अभी फिलहाल संशय बना हुआ. 

चीतों के बाड़े में तेंदुओं का कब्‍जा
श्योपुर में कूनो नेशनल पार्क में नामीब‍िया से आने वाले विशेष मेहमान चीतों को बसाने के लिए 5 किलोमीटर में विशेष बाड़ों को कूनो पार्क प्रबंधन ने तैयार तो कर लिया है पर इन बाड़ों मे तेंदुआ का कब्जा जमा हुआ है जो कूनो के अफसरों के लिए सबसे बड़ी चिंता बनी हुई. चीतों को लाने से पहले कूनो नेशनल पार्क के अफसरों ने कूनो के चीतों के एरिये में छि‍पे हुए तेंदुआ को निकालने की कोश‍िश पिछले 10 दिनों से की जा रही है. हालांकि 5 में से 2 तेंदुओं को चीतों के रहने वाले बाड़े में से पार्क की टीम ने मशक्‍कत के बाद निकाल भी लिया लेकिन 3 तेंदुए अभी भी नहीं निकले हैं.

इस तरह आएंगे अफ्रीकन चीते 
कूनो नेशनल पार्क के DFO प्रकाश वर्मा ने छि‍पे हुए तेंदुओं को चीतों के बाड़े से बाहर निकालने के लिए वन्यप्राणी व‍िशेषज्ञों की टीमें भी कूनो में बुलाई हुई हैं जो दिन रात 3 तेंदुओं को बाहर निकालने में जुटी हुई हैंं. ऐसे में अगस्त के महीने में नामीबिया से भारत आने वालें चीतों की सुरक्षा को लेकर अफसर काफी परेशान हैं तो वहीं दूसरी ओर श्योपूर के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आने वाले चीतों को बाय एयर शिफ्ट किया जाएगा जिसके लिए केंद्र सरकार के अफसर नामीब‍िया से हवाई जहाज से चीते पहले दिल्ली या फिर सीधे ग्वालियर एयरपोर्ट आएंगे. फिर एयरफोर्स के चॉपर हेलीकॉप्टर से सीधे श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क के भीतर उतरेंगे. 

इसी महीने में आ सकते हैं चीते 
ऐसे में संभावना जताई जा रही है क‍ि कूनो नेशनल पार्क के अंदर ही पार्क प्रबंधन के अफसरों द्वारा हेलीपेड बनाने की तैयारियां भी शुरू कर दी गयी है. फिलहाल पहले फेज में नामीब‍िया से भारत सरकार को कितने चीते दिए जाएंगे, इस पर अभी अफसर कुछ भी नहीं बोल रहे हैं. ऐसे में केंद्र सरकार की चीतों को 15 अगस्त तक भारत लाने के कयास लगाए जा रहे है लेकिन आशंका ये भी जताई जा सकती है कि चीतों की शिफ्टिंग 15 अगस्त तक ना हो कर अगस्त के महीने में कभी भी हो सकती है. 

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