Amarwara Bye Election: रोचक हुआ अमरवाड़ा उपचुनाव, कांग्रेस से पहले GGP ने उतारा प्रत्याशी, बदल गए सारे समीकरण
Amarwara Bye Election: कांग्रेस से पहले अमरवाड़ा उपचुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) ने देव रविन भलावी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. भाजपा ने कमलेश शाह को मैदान में उतारा है, जो विधायक पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए थे. लोकसभा चुनाव से पहले शाह के इस्तीफे के बाद यह सीट खाली हुई थी.
Amarwara assembly Bye Election: छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव के लिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने देव रविन भलावी को अपनी उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि यह उपचुनाव 10 जुलाई को होना है. कमलेश शाह के विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद यह सीट खाली हुई थी. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने कांग्रेस पार्टी से भाजपा का दामन थाम लिया था. शाह के इस्तीफे के बाद उपचुनाव की जरूरत पड़ी और जीजीपी ने सोमवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भलावी को अपना उम्मीदवार घोषित किया.
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दिलचस्प हो गया समीकरण
आपको बता दें कि अमरवाड़ा उपचुनाव काफी दिलचस्प हो गया है, क्योंकि कांग्रेस से पहले गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. वहीं, भाजपा ने कमलेश शाह को मैदान में उतारा है, जो लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अपने विधायक पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए थे. गौरतलब है कि जीजीपी का छिंदवाड़ा और अमरवाड़ा सीट पर राजनीतिक प्रभाव और अच्छा खासा वोट बैंक है. यह रणनीतिक कदम अमरवाड़ा में राजनीतिक समीकरण बदल सकता है. पिछले दो चुनावों की बात करें तो 2023 में जीजीपी के देवीराम भलावी 18,231 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे. वहीं, 2018 में मनमोहन शाह बट्टी 61269 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे.
कांग्रेस का बिगड़ सकता है खेल
बता दें कि अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है. कांग्रेस ने अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है. मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस तीन प्रत्याशियों चंपालाल कुर्चे, नवीन मरकाम और महेश धुर्वे पर विचार कर रही है. पूर्व सीएम कमल नाथ एक-दो दिन में अंतिम चयन कर सकते हैं. कांग्रेस सामाजिक रूप से सक्रिय प्रत्याशी की तलाश में है. हालांकि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) के प्रत्याशी की घोषणा के बाद कांग्रेस का खेल बिगड़ सकता है.
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