kamalnath cake controversy: प्रमोद शर्मा/भोपाल। एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamalnath) मंदिर नुमा और तिरंगे जैसा केक काटने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. बीजेपी लगातार इस मुद्दे को लेकर लगातार कांग्रेस पर निशाना साध रही है. वहीं दूसरी तरफ अब संत समाज ने भी कमलनाथ का विरोध जताया है. जबकि बीजेपी के एक दिग्गज नेता ने बड़ा दावा किया है, उनका कहना है कि कमलनाथ के इस का परिणाम कांग्रेस में टूट के साथ देखा जाएगा. उनका दावा है कि कांग्रेस के कई नेता भी इस काम से नाराज है. 


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मंदिर नुमा केक कट मामले में भाजपा कमलनाथ को घेरने के लिए पूरी तरह से मैदान में उतर चुकी है. इस मुद्दे पर कल खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निशाना साधा था. सीएम शिवराज ने कहा था कि ''कांग्रेसियों का भगवान की भक्ति से कोई लेना-देना ही नहीं है, यह बगुला भगत हैं. इनकी पार्टी कभी श्रीराम मंदिर का विरोध करती थी. आप केक पर बना हनुमान जी रहे हैं और फिर केक काट भी रहे हैं. यह सनातन परंपरा और हिंदू धर्म का अपमान है, जिसको यह समाज स्वीकार नहीं करेगा.'' वहीं बीजेपी के विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने कांग्रेस में टूट होने का दावा किया है. 


बीजेपी विधायक का बड़ा दावा 
कमलनाथ के केक काटने पर सीनियर बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि ''''हनुमानजी का अपमान कमलनाथ को कांग्रेस की एमपी में टूटन से चुकाना पड़ेगा, क्योंकि हनुमानजी का कांग्रेस और कमलनाथ ने अपमान किया है, कांग्रेस को श्राप भुगतना होगा वो भी कांग्रेसियों को टूटन से. क्योंकि कई कांग्रेसी भी इस बात से नाराज हैं और वह बीजेपी के संपर्क में हैं. आने वाले दिनों में कांग्रेस को इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा.''


संतो ने भी जताया विरोध 
वहीं उज्जैन के स्वस्तिकपीठाधीश्वर डॉ अवधेशपुरी जी महाराज ने भी कमलनाथ का विरोध जताया है, उनका कहना है कि ''कांग्रेसियों के कमलनाथ को हिंदू फेस बनाने के फेर में बड़ा वर्ग नाराज हुआ है. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई विधर्मी भी नहीं कर सकता जो कमलनाथ ने किया है, ये दंडात्मक कृत्य है. इसलिए इस मामले पर कार्रवाई होनी चाहिए. हिंदू समाज कभी माफ नहीं करेगा.'' संतों के विरोध में आने से यह मामला अब प्रदेश में तूल पकड़ता जा रहा है. 


क्या है पूरा मामला 
दरअसल, पूरा मामला छिंदवाड़ा जिले का बताया जा रहा है. कमलनाथ के जन्मदिन से पहले उनके समर्थकों ने उनका जन्मदिन मनाया. इस दौरान जो केक बुलाया गया वो 4 लेयर का था. सबसे नीचे की लेयर पर लिखा हुआ हैं- हम हैं छिंदवाड़ा वाले, इससे उपर दूसरी पर लिखा था जीवेत शरद: शतम्, तीसरी लेयर पर लिखा है माननीय कमलनाथ जी और चौथी लेयर पर जननायक लिखा हुआ है. सबसे ऊपर मंदिर की तरह शिखर और भगवा झंडा था जिसपर हनुमान जी का फोटो लगी हुई थी. दावा किया जा रहा है कि कमलनाथ ने यही केक काटा था. हालांकि बताया ये भी जा रहा है कि कमलनाथ ने इस मंदिरनुमा के केक को आगे रखा और इसके पीछे रखा एक अन्य केक काटा है. लेकिन अब यह मुद्दा बढ़ता जा रहा है. ़


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