MP News: कोरोनाकाल के बाद कई काम प्रभावित हुए थे, मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में स्थित ऐतिहासिक ताप्ती मिल भी कोविड के बाद बंद हो गई थी. हजारों लोगों के रोजगार का जरिया यह मिल अब तक शुरू नहीं हो पाई है. हालांकि अब मिल को फिर से शुरू करने की कोशिशें हो रही है. खंडवा-बुरहानपुर से बीजेपी सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने पीएम मोदी से मदद की मांग करते हुए मिल को फिर से शुरू करवाने की मांग की है. उन्होंने 150 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता राशि दिलाने का अनुरोध किया है, ताकि मिल को फिर से शुरू किया जा सके. इस मामले में ज्ञानेश्वर पाटिल ने पीएम मोदी से मुलाकात भी की है. 


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1200 परिवार चलते थे 


बीजेपी सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने पीएम मोदी को एक पत्र दिया है. उन्होंने बताया कि नेशनल टैक्सटाइल कॉरपोरेशन की यूनिट 'बुरहानपुर ताप्ती मिल' को फिर से शुरू किया जाए. क्योंकि यह मिल खंडवा-बुरहानपुर क्षेत्र में लोगों के रोजगार का बड़ा जरिया थी. जहां हर दिन 800 से ज्यादा मजदूर काम करते थे और इस मिल से कुल 1200 परिवारों का रोजगार जुड़ा था. मिल का वर्क कल्चर भी बेहद अच्छा था. जिसके चलते मिल कभी भी घाटे में नहीं गई, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लेकिन कोरोना के बाद मिल को बंद करना पड़ा था. एनटीसी की 25 मिलों में से ताप्ती मिल का स्थान पहला था. जिसके बाद अब तक मिल फिर से शुरू नहीं हो पाई है. ऐसे में मिल के बंद होने से 1200 परिवार प्रभावित हो रहे हैं. एमपी के साथ-साथ महाराष्ट्र के लोग भी इस मिल में काम करते थे. 


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150 करोड़ की मांग 


ताप्ती मिल को फिर से शुरू करने के लिए 150 करोड़ रुपए की वित्तीय आर्थिक सहायता बीजेपी सांसद ने मांगी है. उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात में कहा कि 150 करोड़ की राशि से न केवल ताप्ती मिल दोबारा से शुरू होगी बल्कि एशिया के सबसे बड़े कागज कारखाना नेपानगर मिल को भी इसका फायदा होगा. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अगर केंद्र सरकार की तरफ से इस राशि को स्वीकृति मिलती है तो फिर से यह मिल शुरू हो सकती है. 


इससे पहले भी मिल को लेकर केंद्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात हो चुकी है. हालांकि मिल प्रबंधन और नेशनल टेक्सटाइल कारपोरेशन मिल में काम करने वाले श्रमिकों को फिलहाल आधे वेतन का भुगतान कर रहा है. लेकिन कोरोना का समय अब पीछे छूट गया है, ऐसे में मिल को फिर से शुरू करने की मांग उठ रही है. 


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