ग्रेटर नोएडा के इस सेक्टर में 7 बड़े विश्वविद्यालयों को मिली जमीन, मेडिकल यूनिवर्सिटी पर भी लगी मुहर
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ग्रेटर नोएडा के इस सेक्टर में 7 बड़े विश्वविद्यालयों को मिली जमीन, मेडिकल यूनिवर्सिटी पर भी लगी मुहर

Greater Noida Education Hub: ग्रेटर नोएडा को एजुकेशन हब बनाने के लिए सरकार के प्रयास जमीनी स्तर पर दिखाई दे रहे हैं. इस सेक्टर में सात बड़े विश्वविद्यालयों को जमीन आवंटित कर दी गई है. मेडिकल यूनिवर्सिटी भी प्रस्तावित है.

Greater Noida News in Hindi

Greater Noida News in Hindi: ग्रेटर नोएडा को एजुकेशन हब बनाने का सीएम योगी आदित्यनाथ का सपना साकार होते दिख रहा है. यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में एजुकेशन हब की कवायद तेज हो गई है. यहां के सेक्टर 21 ई में सात बड़ी यूनिवर्सिटी को ज़मीन आवंटित की गई है. मेडिकल यूनिवर्सिटी के लिए प्राधिकरण अभी स्कीम लाएगा. नई मेडिकल यूनिवर्सिटी के लिए कई कंपनियों ने रुचि दिखाई है. यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 22 E में एजुकेशन हब का विस्तार हो रहा है. 

महात्मा गांधी विश्वविद्यालय समेत तीन यूनिवर्सिटी ने शर्तों को स्वीकार करते हुए भूखंड आवंटित कर दिए गए हैं. ग्रेटर नोएडा के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी खोलने के इच्छुक संस्थानों का इंटरव्यू लिया गया और कम से कम 100 में 54 अंक पाने वालों के प्रस्ताव पर ही विचार किया गया. मंगलायतन विश्वविद्यालय, एमिटी यूनिवर्सिट और महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी को 10-10 एकड़ के भूखंड आवंटित किए गए हैं. डॉ. अखिलेश दास और दरबारी लाल फाउंडेशन के एप्लीकेशन निरस्त कर दिए गए. मंगलायतन विश्वविद्यालय की शाखाएं अलीगढ़, पंजाब, सिक्किम और अरुणाचल में भी चल रही है. एमिटी यूनिवर्सिटी के कैंपस 12 जगहों पर हैं. 

ग्रेटर नोएडा में मेडिकल यूनिवर्सिटी के लिए भी योगी आदित्यनाथ सरकार प्रयास कर रही है. इसके लिए विशिष्ट आवेदन मांगे गए हैं. सरकार की कोशिश है कि यहां बड़ा चिकित्सा विश्वविद्यालय खुले ताकि एमबीबीएस कोर्स के लिए ज्यादा सीटें बढ़ाई जा सकें. ग्रेटर नोएडा को पहले ही आईटी हब के तौर पर विकसित किया जा रहा है. बड़ी आईटी कंपनियों के ऑफिस, डेटा सेंटर स्थापित हो चुके हैं. अब तो सेमीकंडक्टर पार्क के लिए निवेश का ऐलान किया गया है.  

नोएडा में प्रस्तावित जेवर एयरपोर्ट को देखते हुए यहां जल्द ही विदेशी यूनिवर्सिटी के कैंपस भी खोले जा सकते हैं. केंद्र सरकार भी इसके लिए काफी समय से प्रयासरत हैं. उम्मीद है कि भविष्य में ऑक्सफोर्ड, हार्वर्ड जैसे विश्वविद्यालयों के कैंपस भी यहां स्थापित हो सकेंगे.

 

 

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