MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh News) में एक और आदिवासी के साथ अन्याय के मामले के बाद कमलनाथ फिर एटैकिंग मोड में नजर आ रहे हैं. उन्होंने सोशल मीडिया (Kamalnath Twitter) पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए सीएम शिवराज सिंह (CM Shivraj Singh) पर कई सवाल दागे, जिसमें आदिवासी अत्याचार , नियुक्तियों, बोगस वोटिंग सहित कई मुद्दों पर घेरा
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MP Chunav: मध्य प्रदेश में चुनावी (MP Assembly Election 2023) माहौल काफी गर्मा चुका है. राज्य में हर तरफ आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तीखी बयानबाजी चल रही है. ज्यादातर समय शांत दिखने वाले पीसीसी चीफ और कांग्रेस (MP Congress) की कद्दावर नेता कमलनाथ (Kamalnath) इन दिनों काफी एग्रेसिव मोड में दिख रहे हैं. गौर करें तो पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस और उसके दिग्गज नेताओं का सोशल मीडिया पूरा दिन शिवराज सिंह (CM Shivraj singh) और भाजपा के खिलाफ पोस्ट शेयर कर जनता को बीजेपी का सच दिखाने की जुगत कर रहा है. इसमें सबसे आगे हैं कमलनाथ और कांग्रेस के फायर ब्रांड नेता दिग्विजय सिंह. ताजा मामला देखें तो कमलनाथ ने 24 घंटों मे बीजेपी पर जमकर हमला बोला. इसमें उन्होंने एक के बाद एक कई मुद्दे उठाए.
बीजेपी नेता ने आदिवासी युवक को मारी गोली
कमलनाथ ने बीजेपी नेता के एक आदिवासी युवक को गोली मारने वाली घटना पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए सूबे के आलाकमान से कई सवाल किए. उन्होंने सीधी के पेशाब कांड की भी याद दिलाते हुए कहा कि 'मध्य प्रदेश के भाजपा नेताओं में आदिवासी समुदाय पर अत्याचार करने की होड़ मची है. सीधी में आदिवासी युवक पर पेशाब करने की घटना को अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है कि सिंगरौली में भाजपा विधायक रामलल्लू वैश्य के बेटे विवेकानंद वैश्य ने एक आदिवासी युवक को गोली मार दी. युवक गंभीर रूप से घायल है, मैं पीड़ित आदिवासी युवक के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मैं मुख्यमंत्री से जानना चाहता हूं कि क्या भाजपा नेताओं का एक ही काम बचा है कि वे आदिवासी, दलित, महिलाओं और सर्व समाज के लोगों का उत्पीड़न करें. आप इस तरह के अपराधों पर लगाम लगाना तो दूर अपराधियों को बढ़ावा देते हुए नजर आ रहे हैं. पिछले दिनों हरदा से सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में सजा प्राप्त व्यक्ति को भाजपा में शामिल कर आपने स्पष्ट कर दिया है कि आप अपराधीमय भाजपा बनाने के अभियान में कितनी तेजी से प्रगति कर रहे हैं. राजपोषित अपराध मध्यप्रदेश के माथे पर कलंक बन गए हैं'
नियुक्ति पत्र मामले पर भी पलटवार
कमलनाथ इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने युवाओं को नियुक्ति पत्र देने के मामले पर भी पलटवार किया. दरअसल उन्होंने अंतिम तिमाही में अस्थाई नियुक्ति पत्र पर ट्वीट कर गहरा सवाल खड़ा किया और कहा अस्थाई नियुक्ति पत्र का कोई भविष्य नहीं है. आखरी समय में मजमा लगाने से कुछ नहीं होगा. जिनका खुद का रोजगार छीनना पक्का है वह क्या किसी को रोजगार की गारंटी देंगे
जूनियर डॉक्टरों से उपेक्षा पर उठाया सवाल
भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज के एक जूनियर डॉक्टर कार्तिक ने आत्महत्या करने का प्रयास किया था, जिसपर कमलनाथ ने सवाल उठाया और कहा कि ऐसी घटना एक सप्ताह में दूसरी बार हो रही है. इससे सरकार की कार्य प्रणाली पर सवाल उठते हैं. उन्होंने सरकार से पूछा कि सीएम ने डॉक्टर्स की स्थिति सुधारने के लिए क्या किया.
बीजेपी पर बोगस वोटिंग के आरोप
पीसीसी चीफ ने अपने पदाधिकारियों को पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने पार्टी के चुनावी पदाधिकारियों को मतदाता सूची के पुनरीक्षण के काम में तेजी लाने को कहा. उन्होंने बीजेपी पर फर्जी मतदाता बनाकर बोगस वोटिंग कराने के षड्यंत्र करने का आरोप लगाया. उन्होंने बोगस मतदाता पर आपत्ति दर्ज करने और इसको सामने लाने का सख्त आदेश दिया. बता दें मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य 31 अगस्त तक चलेगा, जिसके बाद किसी की भी शिकायत को नहीं सुना जाएगा. कमलनाथ अब फ्रंट फुट पर खेल रहे हैं. वो बीजेपी को कोई मौका नहीं देना चाहते, जिससे बीजेपी दोबारा सत्ता में आ सके.