MP नामा: महाकौशल को कितना जानते हैं आप, जानिए सांस्कृतिक, राजनीतिक पौराणिक विरासत
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MP नामा: महाकौशल को कितना जानते हैं आप, जानिए सांस्कृतिक, राजनीतिक पौराणिक विरासत

आज हम आपको MP नामा के जरिए मध्य प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े अंचल महाकौशल के  सांस्कृतिक, राजनीतिक और पर्यटन स्थल के बारे में कुछ ऐसी जानकारी बता रहे हैं, जिसके बारे में शायद ही आपको पता हो. आइए जानते हैं यहां के बारे में...

MP नामा: महाकौशल को कितना जानते हैं आप, जानिए सांस्कृतिक, राजनीतिक पौराणिक विरासत

Madhya Pradesh: क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत के दूसरे बड़े राज्य को मध्य प्रदेश राज्य को भारत का दिल कहा जाता है. यह प्रदेश भारत के मध्य में स्थित है. साथ ही साथ यहां की संस्कृति, भूगोल, इतिहास और यहां की सभ्यता, यहां के तीज त्यौहार पूरे भारत के समागम का एहसास कराती है. क्षेत्रफल के आधार पर मध्य प्रदेश को 6 भागों में डिवाइड किया गया है. हम हर रोज 'MP नामा' के जरिए आपको मध्य प्रदेश के इतिहास के बारे में कुछ रोचक जानकारी बता रहे हैं, इसी क्रम में आज हम आपको मध्य प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े अंचल महाकौशल के बारे में बता रहे हैं. 

महाकौशल के बारे में
मध्य प्रदेश को 6 जोनों में डिवाइड किया गया है. इसमें दूसरा सबसे बड़ा जोन महाकौशल है. यह नर्मदा के पूर्वी व ऊपरी तट पर स्थित है. इसकी उत्तरी सीमा विन्धय पर्वत श्रंखला और पश्चिम में निमाड़ का क्षेत्र है. इस अंचल का मुख्यालय जबलपुर है, जो इस क्षेत्र का सबसे बड़ा नगर है. 

महाकौशल संस्कृति
महाकौशल में खड़ी बोली, गोंडी बोली के साथ मराठी भाषा बोली जाती है. नर्मदा नदी का सबसे लंबा हिस्सा इसी राज्य से होकर गुजरता है. वनों से घिरे हुए इस अंचल में आदिवासी सभ्यता की विशेष झलक देखने को मिलती है. यहां के लोगों की बोली और सभ्यता पूरे भारतीयों को अपने तरफ आकर्षित करती है.

राजनीतिक क्षेत्रफल
महाकौशल अंचल में 1 संभाग और 8 जिले आते हैं, जिसमें जबलपुर, कटनी, डिंडौरी, मंडला, नरसिंहपुर, बालाघाट, सिवनी और छिंदवाड़ा जिला शामिल हैं. यहां कुल 38 विधानसभा महाकौशल में विधानसभा की 38 सीटें आती हैं, जबकि इस अंचल में 4 लोकसभा सीटें आती हैं. राजनीतिक दृष्टि से यह प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा अंचल है.

किस जिले में कितनी विधानसभा

1. जबलपुर (8 सीट)- पाटन, बरगी, जबलपुर पूर्व, जबलपुर उत्तर, जबलपुर कैंट, जबलपुर पश्चिम, पनागर, सीहोरा

2. छिंदवाड़ा (7 सीट)- जुनारदेव, अमरवाड़ा, चौरई, सौंसर, छिंदवाड़ा, परासिया, पांढुर्णा

3. कटनी (4 सीट)- बड़वारा, विजयराघवगढ़, मुड़वारा, बहोरीबंद

4. बालाघाट (6 सीट)- बैहर, बालाघाट, परसवाड़ा, लांजी, बारासिवनी, कटंगी

5. नरसिंहपुर (4 सीट)- गोटेगांव, नरसिंहपुर, तेंदूखेड़ा, गाडरवाड़ा

6. सिवनी (4 सीट)- बरघाट, सिवनी, केवलारी, लखनादौन

7. मंडला (3 सीट)- बिछिया, निवास, मंडला

8. डिंडौरी (2 सीट)- डिंडौरी, शाहपुरा

प्रमुख पर्यटन स्थल
यदि आप प्रकृत्ति व इतिहास प्रेमी हैं तो महाकौशल आपके लिए बहुत खूबसूरत जगह है. महाकौशल का जबलपुर संभाग अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है. यहां की नर्मदा नदी, धुआंधार जल प्रपात, प्राकृतिक झरने प्रकृति प्रेमियों को अपने तरफ आकर्षित करते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में...

धुआंधार जल प्रपात
धुआंधार जल प्रपात महाकौशल के जबलपुर संभाग के जिला मुख्यालय से 30 किमी की दूरी पर स्थित है. यहां पर नर्मदा नदी करीब 98 फीट की ऊंचाई से गिरती है, यहां आप वॉटरफॉल का भी आनंद उठा सकते हैं. नर्मदा नदी के मनोरम दृश्यों की वजह से इसकी अलग पहचान है.

भेड़ाघाट
जबलपुर मुख्यालय से 25 किमी की दूरी पर नर्मदा नदी के किनारे भेड़ाघाट है. यहां पर संगमरमर की सौ फीट ऊंची चट्टानें हैं. संगमरमर की चट्टान पर पड़ने वाली सूर्य की किरण देखने में बेहद खुबसूरत लगती है. यहां की प्राकृतिक दृश्य को देखकर पर्यटक मंत्र मुग्ध हो जाते हैं.

डुमना नेचर रिजर्व पार्क
1058 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैला डुमचा नेचर रिजर्व पार्क पर्यावरण पर्यटन स्थल है. यहां पर आप समृद्ध वनस्पतियों और जीवों को देख सकते हैं. 

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