भोपाल/प्रमोद शर्मा: छतरपुर जिले में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे हाल ही में अपने पद से इस्तीफा देने के बाद से सुर्खियों में हैं. रविवार यानी 25 जून को बैतूल स्थित उनके घर में गृह प्रवेश के लिए छुट्टी नहीं मिलने पर उन्होंने पद से इस्तीफा दिया था. उनका गृह प्रवेश का कार्यक्रम आज बिना अनुमति के आयोजित होने वाला है. गृह प्रवेश के साथ ही अंतरराष्ट्रीय सर्व धर्म शांति सम्मेलन का आयोजन होने वाला है, जिसमें श्रीलंका के न्याय मंत्री के साथ 11 देशों के लोग शामिल होंगे. अब कयास लगाए जा रहें कि अनुमित नहीं होने के बावजूद होने वाले इस कार्यक्रम को लेकर बवाल हो सकता है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नहीं ली गई अनुमति
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय सर्व धर्म शांति सम्मेलन में शामिल होने के लिए बुलाए गए श्रीलंका के न्याय मंत्री के साथ 11 देशों के लोगों की इजाजत नहीं ली गई है. इनके वीजा की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय को नहीं दी गई. साथ ही कार्यक्रम के आयोजन के लिए SP और कलेक्टर ने अनुमति नहीं दी है उसके बावजूद आयोजन किया जा रहा है. 


ये भी पढ़ें- Train Accident: पश्चिम बंगाल में बड़ा रेल हादसा, आपस में भिड़ी दो गाड़ियां, 12 बोगियां बेपटरी


इस्तीफे के बाद बढ़ी निशा की मुश्किलें
अपने पद से इस्तीफा देने के बाद निशा बांगरे की मुश्किलें बढ़ गई हैं. सामान्य प्रशासन विभाग ने निशा के खिलाफ सरकारी बंगले पर अवैध कब्जे को लेकर नोटिस जारी किया है. नोटिस के मुताबिक भोपाल से छतरपुर स्थानांतरण के बावजूद निशा का भोपाल में सरकारी आवास पर कब्जा है. बता दें कि निशा छतरपुर से पहले भोपाल में डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदस्थ थीं. यहां उनको चार इमली इलाके में शासकीय बंगला नंबर F-5/20 आवंटित किया गया था. इसको उन्होंने F-5/27 से बदलवा लिया था.नोटिस के मुताबिक भोपाल के बाद छतरपुर में डिप्टी कलेक्टर के पद पर ज्वाइन करने के बाद भी उन्होंने F-5/27 बंगले को अपने कब्जे में रखा.