MP Panchayat Chunav 2022: निकाय-पंचायत चुनाव के नतीजों के बाद अब नगर पालिका-परिषद के अध्यक्ष और जिला पंचायत और जनपद अध्यक्ष के लिए लॉबिंग शुरू हो गई है. बीजेपी और कांग्रेस अपने-अपने बहुमत का दावा कर रहे हैं.
Trending Photos
आकाश द्विवेदी/भोपाल। मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव (MP Panchayat Chunav 2022) के नतीजों के बाद अब शहर की सरकार और गांव की सरकारों की तस्वीर बहुत हद तक साफ हो चुकी है. लेकिन नगर पालिका और नगर परिषदों में अध्यक्ष और जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष (panchayat adhyaksh) और जनपद अध्यक्षों की प्रक्रिया अभी पूरी होनी हैं. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं ने लॉबिंग शुरू कर दी है. दोनों ही पार्टियों के अपने-अपने दावे हैं. ऐसे में राजनीतिक पार्टियों ने एक दूसरे पर खरीद फरोख्त का आरोप भी लगाया है.
अध्यक्ष पद के लिए तैयारियां शुरू
दरअसल, पंचायत चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस ने अपने-अपने बहूमत का दावा किया है. जबकि कई नगर पालिका-परिषद में बीजेपी और कांग्रेस से ज्यादा निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं. ऐसे में यहां भी निर्दलियों को रोल अहम होगा. ऐसे में अब नगर निगम और जिला पंचायत में अध्यक्ष उपाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की लड़ाई शुरू हो गई है. प्रदेश के 16 नगर निगम सहित सभी जिलों में बीजेपी और कांग्रेस ने लॉबिंग शुरू कर दी है.
कांग्रेस ने किया जीत का दावा
कांग्रेस का दावा अधिक से अधिक जिला पंचायत और जनपद पंचायतों में कांग्रेस के ही अध्यक्ष होंगे. कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने दावा किया कि ''बीजेपी समर्थित कई प्रत्याशी कांग्रेस के संपर्क में है. क्योंकि बीजेपी को अपने समर्थित नेताओं पर विश्वास नहीं है. बीजेपी को डर है कि कहीं उनके नेता कांग्रेस को वोट ना दे दे. इसलिए बीजेपी अपने नेताओं को इधर-उधर भगा रही है.''
पीसी शर्मा ने दावा किया है कि ''अधिकतर जगहों पर कांग्रेस के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनेंगे, क्योंकि कहीं भी बीजेपी को मैंडेट नहीं है, कांग्रेस के सभी समर्थित प्रत्याशी यथावत हैं जबकि बीजेपी के प्रत्याशी भटक रहे हैं. कांग्रेस को चुनावों में जनता का समर्थन मिला है.''
बीजेपी का पलटवार
वहीं कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी ने भी पलटवार किया, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि ''90 प्रतिशत जगहों पर बीजेपी को बहुमत मिला है. लेकिन कांग्रेस सत्ता के लिए कुछ भी कर सकती है. कांग्रेस के पास बहुमत नहीं है, इसलिए कई जगह कांग्रेस तोड़फोड़ की कोशिश कर रही है. लेकिन 80 से 90 प्रतिशत जगहों पर बीजेपी के प्रत्याशी ही जीतेंगे. नगरीय प्रशासन मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस खुद को राजा समझती है, बाकी सब को प्रजा. कांग्रेस ने कई सालों तक देश में राज किया इसलिए कांग्रेस ने यह मान लिया है कि देश में कांग्रेस को ही राज करना है लेकिन यहां लोकतंत्र है.''
ये भी पढ़ेंः ग्वालियर में महापौर कांग्रेस का, सभापति पद पर BJP का दावा, समझिए पूरा गणित