Khandwa Mortakka Bridge: खंडवा में बाढ़ के कारण लगभग 80 साल पुराना मोरटक्का पुल एक महीने से बंद था. अब NHAI ने इसे रिपेयरिंग के बाद खोल दिया है. इससे खंडवा और बुरहानपुर सीधे इंदौर इंदौर से कम समय और दूरी में फिर जुड़ पाएंगे.
यात्रियों को मिली काफी राहत मोरटक्का ब्रिज से यात्री वाहनों के आवागमन शुरू होने से खंडवा और बुरहानपुर जिले के यात्रियों को काफी राहत की सांस ली. ब्रिज बंद होने की वजह से लगभग 1 घंटा देरी से पहुंच रहे थे यात्री.
बांधों के गेट खुलने से भर गया था पुल पिछले दिनों नर्मदा घाटी में भारी बारिश की वजह से ओमकारेश्वर और इंदिरा सागर बांध के गेट खोले जाने से नर्मदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गया था. लगभग 8 दिन तक इस पुल के सारे पीलर नर्मदा नदी के पानी का तेज बहाव झेलते रहे. जब पानी उतरा तब इस पुल के एक पिलर में दरार आ गई थी.
बाढ़ के कारण पिलर में आ गई थी दरार पुल के पिलर में दरार की वजह से एनएचएआई ने इस पुल से आवागमन बंद कर दिया था. कुछ दिनों तक सिर्फ हल्के वाहन गुजरते रहे. खतरे को देखते हुए वो भी यहां से आवागमन में परहेज कर रहे थे.
लगभग 80 साल पुराना है ब्रिज यह पुल लगभग 80 वर्ष पुराना है. इस पूल के पीलर में दरार आने की वजह से हाईवे अथॉरिटी ने इसकी तकनीकी जांच करवाई. जरूरी रिपेयरिंग करने के बाद भारी वाहनों की लोड टेस्टिंग करवाई अंत में शनिवार को इसे हल्के और मध्यम भारी वाहनों के लिए खोल दिया गया.
यात्री बसों के शुरू होने से बढ़ी सुविधा भारी मालवाहक वाहन अभी भी इस ब्रिज से नहीं निकल रहे हैं. यह पुल बंद होने की वजह से इंदौर, खंडवा और महाराष्ट्र से आने वाले वाहनों को इंदौर पहुंचने में काफी समय लग रहा था. अब यात्री बसों के लिए इस पूल से आवागमन शुरू हो जाने से खंडवा और बुरहानपुर जिले के यात्रियों ने काफी राहत की सांस ली है.
फोर लेन का ब्रिज बनना है प्रस्तावित इंदौर खंडवा इच्छापुर तक स्टेट हाईवे का यह रोड अब फोर लेन में कन्वर्ट हो रहा है. बीच-बीच में कई जगहों पर काम शुरू हो गया है. फोरलेन बनने के प्लान में नर्मदा नदी पर भी एक उच्च स्तरीय ब्रिज बनना प्रस्तावित है. वह ब्रिज बनने से इस पुराने ब्रिज पर लोड कम हो जाएगा.
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