Shani Jayanti Puja Upay For Shani Sade Sati: हिंदू धर्म में शनिदेव को न्याय का देवता कहा गया है. ऐसी मान्यता है कि शनिदेव हमें हमारे कर्मों के हिसाब से फल देते हैं. ऐसे में यदि आप शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से पीड़ित हैं तो आज हम आपको शनिदेव की पूजा के कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं, जिसे शनि जयंती के दिन करने से आपको शनि के प्रकोप से मुक्ति मिल जाएगी.
हिंदू पंचांग के ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि के दिन शनि जयंती मनाई जाती है. इस बार यह तिथि 19 मई को है. इस दिन शनिदेव की पूजा का विशेष महत्व है. ऐसी मान्यता है कि शनि जयंती के दिन यदि आप कुछ उपायों को करते हैं तो आपको शनि के प्रकोप से मुक्ति मिल जाएगी. आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में...
यदि आप शनि की साढ़ेसाती से ग्रसित हैं तो शनि जयंती के दिन शाम को घर की पश्चिम दिशा में जलाएं. इसके बाद "ऊं शं अभयहस्ताय नमः" मंत्र का एक माला जाप करें. इसके बाद काले तिल और सरसों के तेल का दान करें.
यदि आप शनि की ढैय्या से पीड़ित हैं तो शनि जयंती के दिन 11 माला "ऊं शं शनैश्चराय नम:" मंत्र का जाप करें. इसके बाद शनि चालीसा और शनिदेव की आरती करें. ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होंगे और अपने प्रकोप से मुक्ति देंगे.
यदि आप शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से पीड़ित हैं तो शनि जयंती के दिन शनि मंदिर में जाकर शनिदेव की पूजा उपासना करें. इसके बाद काले उड़द व काले तिल का दान करें. ऐसा करने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से राहत मिलती है.
यदि आप जन्म शनिवार के दिन हुआ है तो शनि जयंती के दिन जरुरतमंदों को भोजन कराएं और उन्हें जरुरत की चीजें जैसे जुते चप्पल और वस्त्र का दान करें.
शनि जयंती के दिन भीगे हुए काले चने, कच्चा कोयला और एक लोहे की पत्ती को कपड़े में बांधकर नदी में प्रवाहित करें. ऐसा करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है और शनि के प्रकोप से मुक्ति मिलती हैं.
शनि जयंती के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं और उसकी सेवा करें. साथ ही गाय का पैर ठूकर आशीर्वाद प्राप्त करें. ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और साधक पर अपनी कृपा बरसाते हैं.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. Zee Media इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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