31 जनवरी तक मध्य प्रदेश में कोरोना के चलते स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है.
Trending Photos
इंदौरः मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते स्कूलों को 31 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है. हालांकि पढ़ाई के लिए ऑनलाइन क्लास का विकल्प रखा गया है. लेकिन शिवराज सरकार के इस फैसले का विरोध भी होने लगा है. प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने सरकार के स्कूल बंद करने के फैसले का विरोध किया है, एसोसिएशन ने फिर से स्कूल खोले जाने की मांग की है.
फिर से स्कूल खोलने की मांग
इंदौर में एमपी बोर्ड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सरकार के फैसले का विरोध किया. एसोसिएशन के उपाध्यक्ष गोपाल सोनी ने कहा कि सरकार स्कूलों को बंद करने का फैसला वापस ले क्योंकि इससे न केवल प्राइवेट स्कूलों का नुकसान हो रहा है, बल्कि छात्रों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि प्रायवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी सामान्य वर्ग से आते हैं, जिनके पास ऑनलाइन पढ़ाई के लिए जरूरी संसाधन नहीं होते. उनके पास भी पर्याप्त संसाधनों का भी अभाव है. ऐसी हालत में क्लास 1 से 12 वीं तक के स्कूल दोबारा खोले जाए.
अभिभावकों की सहमति भी मिल रही
एमपी बोर्ड प्रायवेट स्कूल एसोसिएशन का कहना है, हम स्कूल खोलने की मांग इसलिए कर रहे हैं क्योंकि अधिकांश पालक भी यही चाहते है. अभी तक लगभग 50 प्रतिशत अभिभावक ऐसे हैं जो अपने बच्चों को को पढ़ाई के लिए स्कूल भेजने क तैयार है. इसलिए सरकार को अपना फैसला वापस लेना चाहिए और स्कूल खोलना चाहिए.''
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन का कहना है कि जब बच्चे अपने अभिभावकों के साथ दूसरे जगहों पर जा रहे हैं तो क्या उन्हें कोरोना का खतरा नहीं है. स्कूल बंद कर दिए गए हैं, लेकिन दूसरे संस्थान अभी तक खुले हुए हैं, जिन्हें बंद करने का फैसला नहीं लिया गया है. ऐसे में सरकार का यह फैसला सही नहीं है प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन स्कूल शिक्षा मंत्री से अपील करता है कि इस निर्णय को वापस लेना चाहिए.
31 जनवरी तक बंद हैं स्कूल
बता दें कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते शिवराज सरकार ने स्कूलों को 31 जनवरी तक बंद करने के निर्देश दिए हैं. माना जा रहा है कि अगर संक्रमण की रफ्तार इसी तरह रही तो इस फैसले को आगे भी बढ़ाया जा सकता है. बता दें कि पिछले साल भी कोरोना संक्रमण के चलते स्कूलों को लंबे समय तक के लिए बंद कर दिया गया था. जिसके बाद प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने सरकार का विरोध जताया था. जबकि इस साल भी यही स्थिति बनती नजर आ रही है.
ये भी पढ़ेंः DAVV में ऑफलाइन परीक्षाओं का विरोध, कांग्रेस ने शिक्षकों को सौंपा 'अंगद का पांव'
WATCH LIVE TV