राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध दक्षिण मुखी ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल मंदिर में भस्मार्ती व VIP दर्शन के दौरान मिलने वाली 100, 201, 250 रुपये की रसीदों पर महाकाल की तस्वीर होने को लेकर बवाल मचा है. मंदिर के पुजारी व बजरंग दल इसका विरोध कर रहे हैं, उन्होंने रसीदों पर से तस्वीर हटाने की मांग करते हुए कहा, रसीदे कटने के बाद पैरों व डस्टबिन में जाती हैं, बाबा महाकाल का अपमान बर्दास्त नहीं किया जाएगा.


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आपको बता दें कि महाकाल का मंदिर देश-विदेश के लाखों करोड़ों श्राद्धालुओं की अटूट आस्था का केंद्र है, जहां हर रोज भारी संख्या में बाबा महाकाल के दर्शन करने श्रद्धालू पहुंचते हैं. यहां भस्मारती और VIP दर्शन के दौरान मिलने वाली रसीदों पर महाकाल की तस्वीर छपी है. जिसका विरोध किया जा रहा है. पुजारी व बजरंग दल के पदाधिकारी का कहना है रसीदों पर बाबा महाकाल का फोटो लगा होता है जो रसीदे मंदिर में एंट्री के बाद फाड़ कर डस्टबिन में फेंक व पैरों में आती है. जिससे बाबा महाकाल का अपमान हो रहा है जो बर्दास्त से बाहर है.


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मंदिर समिति व जिला प्रशासन को इस सुविधा में बदलाव कर रसीदों से बाबा की तस्वीर को हटा कर दूसरी कोई तस्वीर प्रिंट करवानी चाहिए. ऐसा नहीं करने पर हिन्दू समाज इसका वीरोध करेगा.


दरअसल हर रोज मंदिर में आमजन के साथ-साथ VIP का भी आना-जाना लगा रहता है, जिन्हें प्रोटोकॉल सुविधा अंतर्गत भस्मार्ती में 201, सामान्य दर्शन के वक्त 100 रुपये शुल्क देना होता है. वहीं आमजन को VIP दर्शन करना है तो 250 रुपये शुल्क व्यवस्था है. जिससे श्राद्धालुओं को लंबी लाइन व भीड़ में जाने से बचने की सुविधा मिलती है. ऐसे में सभी रसीदे एंट्री एग्जिट के बाद कोई काम की नहीं रह जाती. श्रद्धालु उसे डस्टबिन या कही भी राह चलते फेंक देते हैं, जिससे बाबा का अपमान हो रहा है.


इनसब पर मंदिर के पुजारी महेश गुरु ने मीडिया से चर्चा कर वीरोध जताते हुए कहा कि मैंने रसीदों को लेकर मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल से बात की है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि वह जल्द ही इसमें सुधार करवाएंगे.


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