सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में हाथियों की आई मौज, मिल रही मसाज और मनपसंद खाना, ये है वजह
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सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में हाथियों की आई मौज, मिल रही मसाज और मनपसंद खाना, ये है वजह

छुट्टियों में ये हाथी और इनके महावत एक दूसरे के साथ समय बिताते हैं. साथ में खाना खाते और खेल-कूद करते हैं. 

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में हाथियों की आई मौज, मिल रही मसाज और मनपसंद खाना, ये है वजह

पीतांबर जोशी/होशंगाबादः सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में इन दिनों हाथियों की मौज आई हुई है. दरअसल पार्क की सीमाओं की सुरक्षा और वन्यजीवों की मॉनिटरिंग में काम आने वाले हाथियों को 7 दिन की सरकारी छुट्टी दी गई है. जिसके चलते इन हाथियों की जमकर खातिरदारी की जा रही है. बता दें कि इन छुट्टियों को हाथियों का ना सिर्फ उनका मनपसंद खाना दिया जा रहा है बल्कि उनकी मसाज की भी व्यवस्था की गई है. 

बता दें कि होशंगाबाद से बैतूल, छिंदवाड़ा की सीमाओं तक फैले सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में सिद्धनाथ, लक्ष्मी, स्मिता, अन्जुगम और प्रिया नामक हाथी विभागीय काम जैसे बाघों को रेस्क्यू करना, गश्ती कार्य आदि करते हैं. काम की वजह से ये हाथी आपस में मिल नहीं पाते हैं. ऐसे में नेशनल पार्क प्रशासन की तरफ से हर साल इन हाथियों और इनके महावतों को 7 दिन की छुट्टी दी जाती है. इन छुट्टियों में ये हाथी पूरा आराम करते हैं और इनकी खूब खातिरदारी की जाती है. 

इन छुट्टियों में ये हाथी और इनके महावत एक दूसरे के साथ समय बिताते हैं. साथ में खाना खाते और खेल-कूद करते हैं. महावत पूरे वर्ष के अनुभव एक-दूसरे के साथ साझा करते हैं. इन छुट्टियों में हाथियों को पिकनिक जैसा माहौल दिया जाता है. साथ ही हाथियों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाता है और उनके शरीर की नाप, रक्त, मल, मूत्र आदि की भी जांच की जाती है. यह जांच जबलपुर के स्कूल फॉर वाइल्डलाइफ फॉरेंसिंक एंड हेल्थ सेंटर द्वारा की जाती है. 

हाथियों के इस पिकनिक को देखने के लिए पर्यटक भी पहुंचते हैं. 

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