हरीश गुप्ता/छतरपुर: मध्य प्रदेश (MP News) के छतरपुर (Chhatarpur News) जिले के बागेश्वरधाम पहुंचने से पहले एमबीबीएस की छात्रा शिवरंजनी तिवारी बीमार पड़ गईं. शिवरंजनी तिवारी डिहाइड्रेशन और लूज मोशन की शिकार हो गईं. जिससे शिवरंजनी अचानक छतरपुर जिला अस्पताल पहुंच गई. जहां डॉक्टर ने चेकअप किया. बता दें कि शिवरंजनी तिवारी  के सिर पर कलश रखकर बागेश्वर के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री से विवाह करने का संकल्प लेकर गंगोत्री से निकली थीं. मिली जानकारी के मुताबिक तेज गर्मी और तापमान अधिक होने के कारण शिवरंजनी गर्मी की शिकार हो गई. उधर, प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर की सलाह पर शिवरंजनी तिवारी आराम करने चली गईं.


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धीरेंद्र शास्त्री के साथ विवाह करने का संकल्प लेकर निकली शिवरंजनी
गौरतलब है कि गंगोत्री से छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंन्द्र शास्त्री के साथ विवाह करने का संकल्प लेकर निकली कथावाचक और एमबीए की छात्रा शिवरंजनी तिवारी आज यानी 14 जून को छतरपुर जिले की सीमा मे प्रवेश कर चुकी हैं. अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए उन्होंने गंगोत्री से बागेश्वर धाम के लिए कलश यात्रा शुरू की थी. एक मई को संकल्प लेकर निकली शिवरंजनी तिवारी को 16 जून तक बागेश्वर धाम पहुंचने की संभावना है. लेकिन जब उन्होंने यह कलश यात्रा शुरु की थी तो उन्होंने अपनी कलश यात्रा का संकल्प बताते हुए कहा था कि, वह बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री के साथ विवाह का प्रस्ताव लेकर यह यात्रा निकाल रही है.


कौन है शिवरंजनी तिवारी?
शिवरंजनी मध्य प्रदेश के सिवनी की रहने वाली है. वो भजन गायिका भी है. वो महज 4 साल की उम्र से भजन गा रही हैं. इसके अलावा वो यूट्यूबर भी है. बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री को वह प्राणनाथ कहती है.  वह खुद को जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के परिवार का सदस्य बताती है. बता दें कि शिवरंजनी उत्तराखंड के गंगोत्री से मध्य प्रदेश के छतरपुर में स्थित बागेश्वर धाम तक कलश यात्रा निकाल रही है. मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में शिवरंजनी ने कहा कि, वह अपनी कामना को लेकर बागेश्वर धाम की यात्रा कर रही है.


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छतरपुर आने के बाद उन्होंने कहा कि, महाराज को सब पता है. उनकी पर्ची महाराज के पास है, वही उसे खोलेंगे. शिवरंजनी ने कहा कि, उन्हें बालाजी सरकार पर अटूट विश्वास है. महाराज के दर्शन होंगे. लेकिन जब उनसे इस यात्रा के संकल्प की बात पूछी गई तो उन्होंने कहा कि, 16 तारीख को वह सबके सामने इसका वह खुलासा करेंगी. बता दें कि यहां पहुंचकर शिवरंजनी 16 जून को बागेश्वर धाम के भगवान भोलेनाथ को जल अर्पित करेंगी.