कान्हा नेशनल पार्क में मिला घायल बाघ, हाथियों की मदद से किया रेस्क्यू, फिर भी हो गई अनहोनी...
मध्य प्रदेश के कान्हा नेशनल पार्क में रविवार को एक घायल बाघ मिला है. वन विभाग की टीम ने उसे बड़ी मशकत्तों से रेस्क्यू किया. हालांकि, इलाज के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका है.
Mandla News/ विमलेश मिश्रा: मंडला जिले के कान्हा नेशनल पार्क में रविवार को एक बाघ (Tiger) की मौत हो गई. पार्क की सीमा से लगे कोहका गांव के पास बाघ को घायल हालत में रेस्क्यू किया गया था. तालाब के पास बाघ को घायल अवस्था में देखा गया. कान्हा टाईगर रिजर्व मंडला से पहुंची थी डॉक्टरों और रेस्क्यू टीम बाघ को हॉस्पिटल लेकर गई, लेकिन बाद में उसे बचाया नहीं जा सका. बताया जा रहा है कि बाघ काफी उम्रदराज था. उसकी उम्र 17 साल बताई जा रही है.
बताया जा रहा है कि बाघ की पसलियों में चोट लगी थी. इसकी वजह से वह ठीक से नहीं चल पा रहा था. घायल बाघ दिखने पर उसे देखने के लिए गांव और सैलानियों की भीड़ जमा हो गई थी. लोग को उसका फोटो और वीडियो ले रहे थे. वन विभाग और कान्हा नेशनल पार्क की टीम को पता चलने पर हाथियों की मदद से उसे रेस्क्यू किया.
कान्हा नेशनल पार्क में है सबसे ज्यादा बाघ
मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट (Tiger State) के नाम से जाना जाता है. देश में सबसे ज्यादा बाघ मध्य प्रदेश में ही हैं. खास बात ये है कि सबसे ज्यादा बाघ कान्हा नेशनल पार्क में ही पाए जाते हैं. यहां कुल बाघों की संख्या 200 से ज्यादा है. कन्हा नेशनल पार्क में बाघों के देखने के लिए हर साल हजारों देशी और विदेशी सैलानी आते हैं. फिलहाल टाइगर की मौत के बाद रेस्क्यू टीम दुखी है. बताया जा रहा है कि अब प्रोटोकॉल के तहत बाघ का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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बाघ की खाल के साथ 8 लोग गिरफ्तार
आज ही डिंडोरी में एसटीएफ ने दो अलग अलग ठिकानों पर दबिश देकर संरक्षित वन्य जीव बाघ (TIGER) और तेंदुआ की खाल बरामद करने में सफलता प्राप्त की है. वन्य विभाग और STF की संयुक्त कार्रवाई के दौरान अनूपपुर और डिंडोरी के 8 आरोपियों को भी हिरासत में लिया गया है. जिनमें पूर्व सरपंच, जनशिक्षक सहित अन्य लोग शामिल बताए जा रहे हैं.