मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के राजपुरा गांव में ग्रामीणों ने एक अनोखी पहल की शुरुआत की है. जिसके मुताबिक अगर गांव में कोई व्यक्ति शराब और नशे का सेवन करता है. तो उसपर 11000 हजार रुपये का जुर्माना लगाने के साथ ही कथा का आयोजन भी करवाना होगा. जानिए
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अनिल नागर/राजगढ़: मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों में नशाखोरी और शराबबंदी का मुद्दा काफी जोरों पर रहा. इस बीच राजगढ़ का राजपुरा गांव मिसाल बनकर सामने आया है. यहां ग्रामीणों ने नशामुक्त गांव बनाने के लिए अनोखी मुहिम शुरू की है. जिससे आने वाली युवा पीढ़ियों को नशे से दूर रखा जाए और उनके भविष्य को उज्वल बनाया जाए.
बता दें कि राजपुरा गांव को नशा मुक्त गांव बनाने के लिए ग्रामीणों ने अनोखी पहल की है. यहां आने वाली युवा पीढ़ियों को नशे से दूर रखने के लिए और बेहतर भविष्य के लिए यहां के ग्रामीणों ने संकल्प लिया है कि गांव में अब कोई शराब का नशा नहीं करेगा. यदि गांव में किसी भी व्यक्ति ने शराब पी या फिर कहीं बाहर से शराब पीकर गांव में कोई आया तो उस पर ₹11000 का जुर्माना लगाया जाएगा.
पहले 7 दिन तक नशा मुक्त करवाया
ग्रामीणों ने पहले 7 दिन के लिए गांव को नशा मुक्त करवाया और 7 दिन गांव में यज्ञ और कथा पूजा पाठ का आयोजन किया गया. तब तक गांव में यज्ञ और कथा का आयोजन रहा तब तक किसी ने शराब को नहीं छुआ और अब ग्रामीणों ने हमेशा के लिए नशा मुक्त बनाने के लिए पहल की है. गांव में फैली इस सकारात्मक ऊर्जा से प्रभावित होकर गांव के कई लोग आजीवन नशे के सेवन से दूर करने का मन भी बनाने लगे हैं.
11 हजार का जुर्मान और कथा का आयोजन
ग्रामीणों का कहना है आज की युवा पीढ़ी नशे की लत में घिरती जा रही है. जिससे शारीरिक और मानसिक रूप से युवा पीढ़ी कमजोर हो रही है. हमारे गांव के युवा पीढ़ी के अच्छे भविष्य के लिए यह फैसला लिया है कि राजपुरा गांव के कोई भी व्यक्ति अब शराब नहीं पीएगा. अगर ऐसा कोई करता है तो उस पर 5000 से लेकर 11000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा, साथ ही उससे गांव में कथा और पूजा पाठ का आयोजन भी करवाया जाएगा. उसका खर्च भी शराब पीने वालों को देना रहेगा.