Holika Dahan Muhurat: कब जलाई जाएगी होलिका, आज या कल, जानिए सही मुहूर्त
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Holika Dahan Muhurat: कब जलाई जाएगी होलिका, आज या कल, जानिए सही मुहूर्त

holika dahan kab hoga: इस बार होलिका दहन को लेकर विद्धानों में मतभेद है. कुछ विद्धानों का कहना है कि होलिका दहन 6 मार्च को किया जाएगा तो कुछ का कहना है कि 7 मार्च को, ऐसे में आइए काशी के ज्योतिषाचार्य से दूर करते हैं कन्फ्यूजन...

Holika Dahan Muhurat: कब जलाई जाएगी होलिका, आज या कल, जानिए सही मुहूर्त

Holika Dahan Date And Time:  होली के महापर्व की लगभग सभी तैयारियां पूरी हो गई है. अब इंतजार है तो सिर्फ होलिका दहन (holika dahan) का और उसके अगले दिन मनाए जाने वाले होली का. होली का त्यौहार (holi festival) फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि के दिन होलिका दहन करने के बाद उसके अगले दिन मनाया जाता है. लेकिन इस साल पूर्णिमा तिथि दो दिन लगने की वजह से लोगों के बीच में (confused) अस्मंजस की स्थिति बनी हुई है कुछ लोग का कहना है कि आज यानी 6 मार्च को होलिका जलाई जाएगी तो कुछ लोगों का कहना है कि 7 मार्च को होलिका चलाई जाएगी. ऐसे में आइए काशी के ज्योतिष मर्मज्ञ श्रीनाथ प्रपन्नाचार्य से जानते हैं कि कब है होलिका दहन का मुहूर्त और कब खेली जाएगी होली.

कब जलाई जाएगी होलिका
ज्योतिषाचार्य की मानें तो पूर्णिमा तिथि आज यानी 06 मार्च को शाम 06 बजकर 17 मिनट से शुरू हो जाएगी., जिसका समापन मंगलवार की शाम 06 बजकर 09 मिनट पर हो जाएगा. 06 मार्च को शाम 04 बजकर 18 मिनट से भद्रा शुरू हो जा रही है, जो 7 फरवरी को सुबह 05 बजकर 15 मिनट तक रहेगी. भद्रा का वास भी पृथ्वीलोक में होगा. भद्रा के दौरान सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों की मनाही होती है. निर्णय सिंधु के मतानुसार भद्राकाल में होली जलाने से भारी नुकसान होता है. ऐसे में 7 मार्च को पूर्णिमा तिथि पर भद्रामुक्त होलिका दहन किया जाएगा. जिसके बाद अगले दिन 8 मार्च को होली का पर्व मनाया जाएगा. 

होलिका दहन मुहूर्त 2023
होलिका दहन का मुहूर्त 
होलिका दहन का का शुभ मुहूर्त 7 मार्च की शाम 6 बजकर 24 मिनट से रात 8 बजकर 51 मिनट तक है. इस शुभ मुहूर्त में आप कभी भी होलिका दहन कर सकते हैं. होलिका दहन के अगले दिन रंगवाली होली खेली जाएगी. यानी होली का पर्व 8 मार्च को मनाया जाएगा.

होलिका दहन पूजन विधि
ज्योतिषाचार्य के अनुसाह होलिका दहन की पूजा हमेशा शुभ मुहूर्त में करनी चाहिए. होलिका दहन की पूजा के दौरान होलिका में पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके जल, रोली, अक्षत, फूल, पीली सरसों, गुलाल और मिष्‍ठान अर्पित करें. इसके बाद इसकी सात बार परिक्रमा करते हुए उसमें अग्नि प्रज्वलित करें. 

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(disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. zee media इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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