इंदौर: इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों को अपनी जानकारी देने के लिए क्यूआर कोड स्कैन कर एक ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा. इसे भरे बिना यात्री एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकल सकेंगे. इंदौर एयरपोर्ट मैनेजमेंट का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामालों को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने यह नई व्यवस्था लागू की है. यात्रियों को समय बचाने के लिए डिजिटल फॉर्म की व्यवस्था की गई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

होली से पहले इन कर्मचारियों को मिल सकती है खुशखबरी, मोदी सरकार कर सकती है यह बड़ा ऐलान


एयरपोर्ट पर जगह-जगह क्यूआर कोड लगाए गए हैं, इनको मोबाइल कैमरे में स्कैन करते ही एक फॉर्म खुलकर आ जाता है. उस फॉर्म में मांगी गई सारी डिटेल्स भरने के बाद ही यात्री एयरपोर्ट से बाहर निकल पाएंगे. इसे इंदौर 311 एप्लीकेशन से भी जोड़ा जाएगा. यह फॉर्म भरना हर यात्री के लिए अनिवार्य है. ऐसा नहीं करने पर उसे एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा. चूंकि इंदौर में कुछ कोरोना संक्रमितों में वायरस के यूके स्ट्रेन की पुष्टि हुई है. इसलिए एयरपोर्ट पर सतर्कता बढ़ा दी गई है. 


MP निकाय व पंचायत चुनाव: कलेक्टरों को इलेक्शन मोड में आने का निर्देश, तारीखों का ऐलान जल्द


एयरपोर्ट मैनेजमेंट के मुताबिक इंदौर से रोजना करीब 66 फ्लाइट्स ऑपरेट हो रही हैं, जिनमें औसतन 5000 पैसेंजर्स आते -जाते हैं. इनमें इंदौर आने वाले यात्रियों की संख्या ढाई हजार है. इन यात्रियों से सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म भरवाया जा रहा है. आपको बता दें कि इंदौर एक बिजनेस सिटी है. इसलिए यहां यात्रियों का देश के दूसरे हिस्सों के अलावा दूसरे देशों से भी आना-जाना लगा रहता है. इस फॉर्म में यात्रियों से उनकी ट्रैवेल हिस्ट्री के अलावा पर्सनल डिटेल पूछा जाता है, जिससे उन्हें ट्रैक करने में आसानी हो सके. 


WATCH LIVE TV