प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना को देश के साथ ही विदेश में भी लोकप्रियता मिल रही है.
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नई दिल्ली/रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना को देश के साथ ही विदेश में भी लोकप्रियता मिल रही है. प्रधानमंत्री मोदी की इस महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना की 'मोदीकेयर' नाम से ब्रांडिंग भी की जा रही है. लेकिन बीजेपी शासित राज्य छत्तीसगढ़ में ही इस योजना को बड़ा झटका लगा है. छत्तीसगढ़ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने देश के सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना के तहत सेवा देने से इनकार कर दिया है. मेडिकल एसोसिएशन का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना में इलाज की दरें बहुत कम हैं. वहीं, मेडिकल एसोसिएशन इस संबंध में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से मुलाकात करने की बात भी कही है. ये फैसला छत्तीसगढ़ IMA और रायपुर हॉस्पिटल बोर्ड की बैठक में लिया गया.
दरें 40 फीसदी से भी हैं कम- आईएमए छत्तीसगढ़
आईएमए की छत्तीसगढ़ मेडिकल एसोसिएशन का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना में इलाज की दरें मुख्यमंत्री रमन सिंह के राज्य स्वास्थ्य बीमा योजना से भी करीब 40 फीसदी कम हैं. उन्होंने मांग की है कि इस योजना में भी सालाना दरों की बढ़ोत्तरी की जाए. वहीं, योजना की वर्तमान दरों के हिसाब से बोर्ड और एसोसिएशन ने इलाज करने से मना कर दिया है. बोर्ड और एसोसिएशन जल्द ही इसे लेकर सीएम रमन सिंह से मुलाकात की तैयारी कर रहा है. आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर से आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी. जिसके तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा का एलान किया गया था. इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना है. इस योजना से देश के करीब 10 करोड़ बीपीएल कार्ड धारकों को लाभ होगा. कुछ समय बाद देश की बाकी बची आबादी को भी इस योजना के अन्तर्गत लाने की योजना है.
आयुष्मान भारत योजना सिर्फ जुमलेबाजी- कांग्रेस
इस मामले पर अब राजनीति भी तेज हो गई है. कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री की सबसे बड़ी आयुष्मान भारत योजना के नाम पर सिर्फ जुमलेबाजी की जा रही है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि डॉक्टरों और अस्पताल प्रबंधन ने इलाज के लिए ही मना कर दिया. गरीबों के इलाज के लिए सरकार कितनी गंभीर है, यह इस व्यवस्था से ही पता चलता है. वहीं, बीजेपी नेता नरेश गुप्ता ने कहा कि आयुष्मान भारत बहुत बड़ी योजना है. अगर इसमें दरों को लेकर कुछ विवाद है तो, इसे ठीक कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रमन सिंह जल्द ही इस मामले में IMA और हॉस्पिटल बोर्ड के डॉक्टरों से बात करेंगे.
क्या हैं आयुष्मान भारत योजना और प्राइवेट हॉस्पिटल की इलाज दरें
कान की सर्जरी- सरकारी दर 12 हजार, प्राइवेट 22 हजार
सामान्य सर्जरी- सरकारी दर 9 हजार, प्राइवेट 18 हजार
बीपीई- सरकारी दर 4 हजार, प्राइवेट 11 हजार
कूल्हे के हड्डी की सर्जरी- सरकारी दर 15 हजार, प्राइवेट 75 हजार
डिलीवरी आपरेशन- सरकारी दर 9 हजार, प्राइवेट 18 हजार
अपेंडिक्स- सरकारी दर 10 हजार, प्राइवेट 45 हजार
न्यूरो सर्जरी- सरकारी दर 7 हजार, प्राइवेट 40 हजार