बकरियां बेचकर शौचालय बनाने वाली कुंवर बाई का निधन, पीएम मोदी ने छुए थे इनके पैर
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बकरियां बेचकर शौचालय बनाने वाली कुंवर बाई का निधन, पीएम मोदी ने छुए थे इनके पैर

रायपुर के आंबेडकर अस्पताल में सुबह 10.47 बजे कुंवर बाई ने आखिरी सांस ली. उनके परिजनों ने बताया कि पिछले दो हफ्ते से वह अस्वस्थ थीं.

PM मोदी को अपना बेटा मानती थीं कुंवर बाई.

रायपुर. बकरियां बेचकर बहू के लिए शौचालय बनवाने वाली महिला कुंवर बाई का आज 206 साल की उम्र में निधन हो गया. रायपुर के आंबेडकर अस्पताल में सुबह 10.47 बजे कुंवर बाई ने आखिरी सांस ली. उनके परिजनों ने बताया कि पिछले दो हफ्ते से वह अस्वस्थ थीं. जानकारी के मुताबिक कल (गुरुवार को) तबियत ज्यादा बिगड़ने पर धमतरी से रायपुर रेफर किया गया था.

  1. कुंवर बाई का 106 साल की उम्र में निधन
  2. बकरियां बेचकर बहू के लिए बनवाया था शौचालय
  3. कुंवर बाई की कहानी सुन PM मोदी ने छू लिए थे पैर

रायपुर के आंबेडकर अस्पताल लाए जाने के बाद कुंवर बाई को तुरंत ICU में भर्ती किया गया. लेकिन अथक प्रयास के बावजूद इस स्वच्छता दूत को नहीं बचाया जा सका.   

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कुंवरबाई का त्याग देख भावुक हो गए थे PM
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य के धमतरी जिले में रहने वाली कुंवरबाई ने 104 वर्ष की उम्र में अपनी बकरियां बेचकर बहू के लिए शौचालय बनवाया था. जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बारे में पता चला तो उन्होंने छत्तीसगढ़ जाने पर कुंवर बाई से मुलाकात भी की थी. उनसे मिलते ही प्रधानमंत्री भावुक हो गए और वृद्धा के चरण छू लिए. ये वाकया देश की मीडिया में कई दिनों तक छाया रहा.
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PM मोदी को देखने की थी आखिरी इच्छा
106 वर्ष की कुंवर बाई पीएम मोदी और सीएम रमन सिंह को अपना बेटा मानती थीं. अस्पताल की बिस्तर पर जिंदगी और मौत से जूझ रही कुंवर बाई की अंतिम इच्छा थी कि वह मरने से पहले एक बार पीएम और सीएम से मिल लें. वो चाहती थीं कि अस्पताल में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री उनसे मिलने आएं. परिजनों के मुताबिक तबीयत खराब होने के शुरुआती दिनों में वो हर मिलने आने वालों से यही कहतीं, कि मुझे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मिलना है. हालांकि उनकी ये आखिरी मुराद पूरी न हो सकी. 

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