5G तकनीक से बदल जाएगी दुनिया! भारत बस चंद महीने दूर, जानिए क्या होगा असर
5जी तकनीक की दिशा में जो देश तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, उनमें भारत का नाम भी शामिल है. अब सरकार ने ऐलान किया है कि भारत 5जी तकनीक से चंद महीने ही दूर है.
नई दिल्लीः तकनीक ने हमारी दुनिया को बदल दिया है. पहले तकनीक की मदद से मोबाइल से लोग एक दूसरे से बात कर पाए. उसके बाद 2जी तकनीक आयी, जिससे मैसेज आदि करना संभव हुआ. इसके बाद आयी 3जी और 4जी तकनीक, जिससे स्मार्टफोन अस्तित्व में आए और हम वीडियो कॉल करने में सक्षम हुए. अब आ रही है 5जी तकनीक. बताया जा रहा है कि 5जी तकनीक के बाद दुनिया पहले जैसी नहीं रह जाएगी और इसमें बड़ा बदलाव आएगा.
भारत 5जी तकनीक से चंद महीने दूर
5जी तकनीक की दिशा में जो देश तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, उनमें भारत का नाम भी शामिल है. अब सरकार ने ऐलान किया है कि भारत 5जी तकनीक से चंद महीने ही दूर है. गुरुवार को टेलीकॉम मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि 5जी के ट्रायल के लिए देश में परीक्षण ढांचा तैयार हो चुका है और जल्द ही सरकार इसके ट्रायल की अनुमति दे देगी. सरकार का जोर है कि 5जी नेटवर्क मेड इन इंडिया होना चाहिए.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 2जी, 3जी और 4जी लॉन्च करने की हमारी गति धीमी रही लेकिन 5जी के मामले में हम दुनिया के साथ कदमताल कर रहे हैं. भारतीय दूरसंचार कंपनी एयरटेल ने दावा किया है कि उनकी कंपनी ने 5जी नेटवर्क का सफल परीक्षण किया है. कंपनी का कहना है कि कुछ महीनों में ही भारतीय ग्राहक 5जी स्पीड का अनुभव कर सकेंगे. भारतीय बाजार में 5जी तकनीक पर आधारित फोन भी आ चुके हैं.
क्या है 5जी नेटवर्क
आने वाला समय मोबाइल नेटवर्क की पांचवी पीढ़ी यानि कि 5जी का बताया जा रहा है. यह 4जी नेटवर्क के मुकाबले बहुत तेज है और माना जा रहा है कि इससे दुनिया में बड़ा बदलाव आएगा. 4जी नेटवर्क पर जहां औसतन इंटरनेट स्पीड 45एमबीपीएस होती है लेकिन 5जी नेटवर्क पर यह स्पीड बढ़कर 1000 एमबीपीएस तक पहुंच जाएगी. इसके लिए छोटे-छोटे बहुत सारे एंटीने लगाए जाएंगे. जिससे इंटरनेट की दुनिया पूरी तरह से बदल जाएगी. 5जी नेटवर्क पर मशीने आपस में बात करने में सक्षम हो जाएंगी. एक रिपोर्ट के अनुसार, 5जी तकनीक पर लोगों के बोलने भर से मशीनें अपना काम करेंगी. मतलब कपड़े कब धोने हैं या बर्तन कैसे धोने हैं, ये सब काम मशीनें खुद करने लगेंगी और इंसानों को सिर्फ आदेश देना होगा. स्पीड के साथ ही 5जी कनेक्शन में स्थिरता भी मिलेगी. जिससे तेज स्पीड से गुजरते वक्त भी मोबाइल कनेक्शन बेहतर काम करेगा. चीन और दक्षिण कोरिया इस तकनीक के मामले में अभी सबसे आगे हैं.
WATCH LIVE TV