Dharamshala Vidhansabha Winter Session: हिमाचल विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन में हंगामा देखने को मिला. वहीं, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सत्ता-पक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक भी हुई.
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Dharamshala Vidhansabha Session: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शाम होते-होते कार्यवाही के दौरान आज जोरदार हंगामा हुआ. जब विपक्ष ने मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर सदन से वॉकआउट कर दिया. मुख्यमंत्री ने गुमनाम पत्र पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप और अन्य आरोपों को खारिज करते हुए विपक्ष पर पलटवार किया. वहीं, विपक्ष ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वे असल मुद्दों से भटक रहे हैं.
बता दें, हिमाचल प्रदेश विधानसभा में आज चर्चा के दौरान गर्मा-गर्मी का माहौल देखने को मिला. मुख्यमंत्री ने गुमनाम पत्र के आरोपों पर अपनी सफाई देते हुए कहा कि यह पत्र फर्जी था और भाजपा की आंतरिक कलह का परिणाम है. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने शराब ठेकों की नीलामी से रिकॉर्ड राजस्व अर्जित किया है, जिसे विपक्ष घोटाले के रूप में दिखा रहा है.
पिछली भाजपा सरकार की योजनाएं चुनावी फायदा देने तक सीमित थीं।
वहीं हमारी योजनाएं हर व्यक्ति को आत्मनिर्भर बना रही हैं। यह सशक्तिकरण का रास्ता जीवन भर आपके साथ रहेगा। pic.twitter.com/7z3Q3CFBW2
— Sukhvinder Singh Sukhu (SukhuSukhvinder) December 19, 2024
वहीं, विपक्ष ने मुख्यमंत्री के जवाब को झूठा करार देते हुए सदन में हंगामा शुरू कर दिया और वॉकआउट कर दिया. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री असल मुद्दों से ध्यान भटका रहे हैं और भ्रष्टाचार के आरोपों पर गंभीर नहीं हैं.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भ्रष्टाचार का मुद्दा हावी रहा. नियम 67 के तहत स्थपन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पक्ष और विपक्ष के बीच कड़ी बहस देखने को मिली. सुबह 11 बजे शुरू हुई कार्रवाई के दौरान विपक्ष ने सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए, जिसके जवाब में सत्ता पक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भ्रष्टाचार का मुद्दा सदन में छाया रहा. इस दौरान विपक्ष ने सरकार पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगाए, जिन पर सत्ता पक्ष की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली. दिन की कार्रवाई के दौरान सदन में तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली. विपक्ष के आरोपों पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने जोरदार विरोध किया.
इसके साथ ही सत्ता पक्ष के विधायक, मुख्यमंत्री की मौजूदगी में सदन के बाहर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के मुद्दे को लेकर सांकेतिक धरना भी देते नजर आए. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार के एक मंत्री और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए.
स्टोरी बाई- संदीप सिंह, धर्मशाला