Budget के लिए कांग्रेस ने भेजे मोदी सरकार को सुझाव, इन सेक्टर्स पर फोकस करने की दी सलाह
कांग्रेस पार्टी ने 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट को लेकर केंद्र सरकार को कुछ सुझाव भेजे हैं. कांग्रेस का कहना है कि बजट के लिए जो सुझाव दिए गए हैं उन पर केंद्र सरकार को विचार करना चाहिए.
भोपालः वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट पेश करने जा रही है. इससे पहले 29 जनवरी को उन्होंने आर्थिक सर्वे पेश किया. कोरोना काल में पेश हो रहे इस बजट से देशभर के लोगों को काफी उम्मीदें लगी हुई है. ऐसे में देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में कांग्रेस पार्टी की आर्थिक मामलों की समिति की बैठक में कुछ निर्णय लेकर बजट से संबंधित सुझाव केंद्र सरकार को भेजे हैं. कांग्रेस ने वित्तमंत्री से रोजगार, रक्षा, स्वास्थ्य से लेकर कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कदम उठाने का सुझाव दिया है.
अर्थव्यवस्था को बड़ा वित्तीय प्रोत्साहन दिया जाए
कांग्रेस ने केंद्र सरकार को सुझाव दिया है कि देश की अर्थव्यवस्था में मजबूती लाने के लिए इकॉनमी को बड़ा वित्तीय प्रोत्साहन दिया जाए. ताकि लोगों के हाथ में पैसा पहुंचे जिससे हर चीज की मांग बढ़ेगी. इसके अलावा एमएसएमई (MSME) को फिर से खड़ा करने के लिए कोरोना काल में बंद हुई सभी यूनिटों को फिर से चालू करना चाहिए और इस दौरान जिन लोगों की नौकरियां गई है उन्हें फिर से नौकरियां दी जानी चाहिए.
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गरीब परिवारों को सीधा पैसा दिया जाए
कांग्रेस का सुझाव है कि देश के सबसे गरीब 20 से 30 प्रतिशत गरीब परिवारों को 6 महीने तक सीधा पैसा दिया जाए. ताकि उनकी स्थिति में सुधार हो सके. इसके अलावा पूंजीगत व्यय बढ़ाएं जाए. जीएसटी (GST) टैक्स दरों औ अन्य अप्रत्यक्ष करों की दरों में कटौती की जाए. जबकि पेट्रोल-डीजल की टैक्स दरों को भी काम किया जाना चाहिए. सरकारी क्षेत्रों में बैंकों का पैसा पहुंचाया जाना चाहिए. यह भी तय करना चाहिए कि जिन सरकारी कंपनियों को बैंकों द्वारा लोन दिया जाए उन्हें जांच एजेंसियों की निगरानी से भय मुक्त किया जाएं और उनका प्रोत्साहन बढ़ाया जाए.
दूसरे देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते होने चाहिए
कांग्रेस का कहना है कि केंद्र सरकार को दूसरे देशों के साथ अधिक से अधिक द्विपक्षीय व्यापार समझौते बढ़ाने चाहिए. इसके अलावा आयात के खिलाफ भी पहले से आग्रह करने का काम बंद होना चाहिए. जबकि केंद्र सरकार को संरक्षणवादी नीतियों को खत्म करना चाहिए. बिजली, दूरसंचार, पर्यटन, विमानन, खनन निर्माण के साथ-साथ आतिथ्य सत्कार के सेक्टर के लिए इस बार विशेष पैकेज लाया जाए. ताकि इन विभागों की स्थितियों को सुधारा जाए.
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टैक्स कानूनों में किए गए संशोधनों पर विचार होना चाहिए
कांग्रेस ने केंद्र सरकार को सुझाव दिया है कि टैक्स कानूनों में किए गए संशोधनों की समीक्षा होनी चाहिए. जबकि उन संशोधनों को तो रद्द कर दिया जाना चाहिए जिनमें व्यापक रूप से ज्यादा टैक्स लग रहा है. इसके अलावा आरबीआई, सेबी, ट्राई और अन्य रेगुलेटरी एजेंसियों के बनाए उन नियमों की समीक्षा की जानी चाहिए. ताकि देश के आम लोगों को फायदा हो सके.
कोरोना की वजह से देश की अर्थव्यवस्था को हुआ है नुकसानः कांग्रेस
कांग्रेस पार्टी की आर्थिक मामलों वाली समिति के सदस्य पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम का कहना है कि कोरोना की वजह से मौजूदा वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान हुआ है. जिसके चलते राजस्व घाटा पांच प्रतिशत तक बढ़ गया है तो राजकोषीय घाटा 7 प्रतिशत के लगभग रहा. इसलिए देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के कांग्रेस की तरफ से बजट के लिए जो सुझाव दिए गए हैं उन पर केंद्र सरकार को विचार करना चाहिए.
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