कोरोना पीक का समय: मई मध्य तक दूसरी लहर का पीक, जून अंत तक केस घटकर 20 हजार हो जाएंगे
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच देश में पिछले 15 दिन से 3 लाख से ज्यादा नए कोरोना केस सामने आ रहे हैं. बीते 24 घंटों में रिकॉर्ड 4.12 लाख केस सामने आए हैं. इसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकारों के तैयार किए एक मॉडल के अनुसार दूसरा पीक बस आने ही वाला है.
नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच देश में पिछले 15 दिन से 3 लाख से ज्यादा नए कोरोना केस सामने आ रहे हैं. बीते 24 घंटों में रिकॉर्ड 4.12 लाख केस सामने आए हैं. इसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकारों के तैयार किए एक मॉडल के अनुसार दूसरा पीक बस आने ही वाला है. साथ ही इस मॉडल में कहा गया है कि जून के अंत तक नए केस घटकर 20 हजार प्रतिदिन रह जाएंगे.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार
कोरोना की दूसरी लहर में मामले जिस तरह से बढ़ रहे हैं. उस हिसाब से आगे क्या होने वाला है इसको लेकर हर किसी के मन में कई सवाल है. इस बीच IIT कानपुर के एक प्रोफेसर के अनुसार एक मॉडल पेश किया है. उसके आधार पर IIT हैदराबाद के एक प्रोफेसर ने कहा कि कुछ ही दिन में पीक आने वाला है. इनके प्रोजेक्शन कहते हैं कि जून के अंत तक देश में हालात फरवरी जैसे होंगे यानी तब तक रोजाना सामने आने वाले केसों की संख्या घटकर 20 हजार तक पहुंच जाएगी. हालांकि इससे पहले का अनुमान गलत साबित हो चुका है.
एक्सपर्ट का अनुमान
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस (बेंगलुरू) की एक टीम ने अनुमान जाहिर किया है कि आने वाले कुछ हफ्ते भारत के लिए बेहद मुश्किल भरे रहेंगे.
टीम के हिसाब से अगर बढ़ते मामलों और मौतों का मौजूदा ट्रेंड जारी रहा तो 11 जून तक कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 4 लाख को पार पहुँच जाएगा.
कोरोना के आंकड़ो के अनुसार लगातार 15वें दिन 3 लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि संक्रमण में मौजूदा तेजी की वजह भारत में सामने आए नए वैरिएंट हैं.
कैलाश अस्पताल(नोएडा) के डॉक्टर का कहना है कि उनकी जान-पहचान के करीब 50 डॉक्टर वैक्सीन के दोनों शॉट्स लेने के बावजदू कोरोना पॉजिटिव हो गए. इसकी वजह लगातार म्यूटेड होता वायरस भी हो सकता है.
अनुमान लगाना मुश्किल
एक्सपर्ट कह रहे हैं कि आंकड़े कम करके बताए जा रहे हैं. न तो टेस्टिंग बढ़ाई है और न ही मौतों की सही तस्वीर सामने आ रही है. वहीं, देशभर में श्मशान घाटों की तस्वीरें कुछ और ही कहानी बयां कर रही है
इससे पीक को लेकर सारे असेसमेंट बहुत ही मुश्किल हो रहे हैं.
नया पूर्वानुमान
अन्य वैज्ञानिकों के अनुसार 15 मई के आसपास दूसरा पीक आने की बात कही जा रही है. यह पूर्वानुमान बेहद महत्वपूर्ण हैं क्योंकि बीते 24 घंटे में देश में 4.12 लाख नए केस सामने आए. इस दौरान 3,980 मौतें हुईं. इन स्थितियों के बीच ज्यादातर राज्यों में आंशिक या पूर्ण लॉकडाउन पहले से लागू है.
अनुमान गलत साबित
एक्सपर्ट के कई अनुमान सामने आए लेकिन ज़्यादातर ग़लत साबित हुए.विद्यासागर की टीम ने अनुमान लगाया था कि 15 अप्रैल तक कोरोना का दूसरा पीक आ जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. येअनुमान इसलिए गलत साबित हुआ, क्योंकि पैरामीटर्स ही गलत थे. टीम का कहना है कि महामारी लगातार बदल रही है.
एक न्यूज वेबसाइट से बातचीत में कहा कि पीक 7 मई तक आ जाएगा लेकिन अभी भी आंकड़ों में ये नहीं साफ हो रहा है. एसबीआई रिसर्च की मार्च रिपोर्ट में 15 से 20 मई के बीच पीक की संभावना जताई थी. हालांकि अभी देखना होगा कि आने वाले समय में किसके अनुमान सही होते है.
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