रतलाम के सैलाना में एक डॉक्टर कोरोना के मरीजों का इलाज करने का दावा कर रहा था.
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चंद्रशेखर सोलंकी/रतलामः एक तरफ बढ़ते कोरोना से लोगों की परेशानियां बढ़ी हुई हैं. वहीं दूसरी तरफ इस मुश्किल वक्त में भी कई लोग मरीजो की जान के साथ खिलवाड़ करने से बाज़ नहीं आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला रतलाम जिले के सैलाना से सामने आया है, जहां एक फर्जी डॉक्टर पूरा अस्पताल संचालित कर रहा था, इस फर्जी डॉक्टर पास न कोई एलोपैथिक, न होम्योपैथिक, ओर न आयुष विभाग की कोई डिग्री थी. बावजूद इसके यह फर्जी डॉक्टर न सिर्फ कोरोना काल में बल्कि पिछले 5 सालों से इसी तरह लोगों के जीवन को खतरे में डालकर फर्जी इलाज कर रहा था.
कोरोना मरीजों को दे रहा था इलाज का प्रलोभन
इस फर्जी डॉक्टर का कारनामा भी बड़ा है, क्योंकि यह डॉक्टर सोशल मीडिया पर भी अपना प्रचार प्रसार भी कर रहा था, जिसमे खास तौर पर वह कोरोना के इलाज के लिए लोगों को प्रलोभन भी दे रहा था. मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि इस फर्जी डॉक्टर का नाम आलोक राय है, जो पश्चिम बंगाल का रहने वाला बताया जा रहा है. जो पिछले 5 साल से रतलाम के सैलाना में अपने परिवार के साथ रह रहा था. उसने सैलाना में अपना एक क्लीनिक खोल रखा था जिसमें वह मरीजों को भर्ती भी करता था. डॉक्टर इलाज के नाम पर मरीजों से मनमाने पैसे वसूलता था.
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इस तरह हुआ मामले का खुलासा
दरअसल, पिछले काफी समय से डॉक्टर को लेकर लोगों को शक हो रहा था. जबकि कोरोनाकाल में जब उसने कोरोना के मरीजों का इलाज करने का प्रलोभन दिया तो लोगों का शक और बढ़ा. क्योंकि जिस महामारी से लड़ने में बड़े-बड़े डॉक्टर परेशान है उस बीमारी को यह फर्जी डॉक्टर खत्म करने का दावा कर रहा था. ऐसे में रतलाम जिला प्रशासन ने डॉक्टर के अस्पताल पर कार्रवाई की. सैलाना के नायाब तहसीलदार अरुण चंद्रवंशी ने जब अस्पताल का निरीक्षण किया तो न ही डॉक्टर की कोई डिग्री मिली और न अस्पताल संचालित करने के कोई दस्तावेज मिले. जिसके बाद नायाब तहसीलदार ने अस्पताल को सील कर दिया.
अस्पताल में भर्ती मरीजों को पहुंचाया स्वास्थ्य केंद्र
जब नायाब तहसीलदार अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे इस दौरान भी कई मरीज अस्पताल में भर्ती थे. ऐसे में इन मरीजों को सैलाना के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. वहीं फर्जी डॉक्टर को पुलिस के हवाले कर उस पर कारवाई का प्रतिवेदन दे दिया गया है. पुलिस ने भी फर्जी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर उससे पूछताछ शुरू कर दी है. फिलहाल मामले में पुलिस का कहना है कि डॉक्टर से पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के बाद पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा.
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