MP NEWS: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी नेताओं से नाराज चल रहीं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बुधवार को अपने ऐलान से सभी को चौंका दिया है. उमा भारती ने सोशल मीडिया के जरिए बताया कि वे 2023  विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्होंने इस बयान के जरिए चुनाव लड़ने के कयासों पर विराम लगा दिया है. उमा भारती लंबे समय से पार्टी के नेताओं से नाराज चल रही हैं. पहले शराबबंदी और फिर जन आशीर्वाद यात्रा में नहीं बुलाए जाने पर वे खुलकर नाराजगी जाहिर कर चुकी हैं.


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उमा भारती ने ट्वीट में लिखा, 'जो भी समाचार छपता है वह तथ्य एवं अनुमान दोनों के मेल से बनता है. कई बार अनुमान सत्य पर भारी पड़ जाता है और अनुमान गलत होता है. मैं मध्य प्रदेश के 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रचार भले ही करूं किंतु म.प्र. विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ने वाली. आप इस अनुमान को खारिज कर दीजिए.' पार्टी से नाराज चल रही उमा भारती के नए बयान से कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.


जन आशीर्वाद यात्रा में नहीं बुलाने पर भड़कीं उमा भारती
इससे पहले रविवार को भाजपा की ओर से प्रदेश में जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की गई है. इस यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद रहे. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा जन आशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाई गई. लेकिन इस यात्रा में मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती को पार्टी ने नजरअंदाज कर दिया. इसे लेकर उमा भारती ने कहा, "हो सकता है कि वे घबरा गए हों कि अगर मैं वहां रहूंगी तो पूरी जनता का ध्यान मुझ पर होगा."


मैं कहीं नहीं जाऊंगी
उमा भारती ने कहा, 'मुझे जन आशीर्वाद यात्रा के कार्यक्रम निमंत्रण नहीं मिला. यह सच्चाई है कि ऐसा मैंने कहा है, लेकिन निमंत्रण मिलने या ना मिलने से मैं कम ज्यादा नहीं हो जाती. हां अब अगर मुझे निमंत्रण दिया गया तो मैं कहीं नहीं जाऊंगी. ना प्रारंभ में ना 25 सितंबर के समापन समारोह में. उमा भारती ने आगे कहा कि, मेरे मन में शिवराज जी के प्रति सम्मान एवं उनके मन में मेरे प्रति स्नेह की डोर अटूट और मज़बूत है.'