MP में जारी है प्रशासनिक फेरबदल, हटाए गए जनसंपर्क विभाग के आयुक्त, इन्हें मिली जिम्मेदारी
MP News: मध्य प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद लगातार प्रशासनिक फेरबदल जारी है. इसके तहत जनसंपर्क विभाग के आयुक्त मनीष सिंह को हटा दिया गया है. जबकि उनकी जगह आईएएस विवेक पोरवाल को जनसंपर्क विभाग (MP Public Relations Department) के आयुक्त पद का प्रभार सौंपा गया है
प्रमोद शर्मा/ भोपाल: मध्य प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद लगातार प्रशासनिक फेरबदल जारी है. इसके तहत प्रदेश के जनसंपर्क विभाग में बड़ा फेरबदल किया गया है. बता दें कि विभाग के आयुक्त मनीष सिंह ( Ias Manish Singh) को हटा दिया गया है. जबकि उनकी जगह आईएएस विवेक पोरवाल (Vivek Porwal) को जनसंपर्क विभाग के आयुक्त पद का प्रभार सौंपा गया है. इसके पहले प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी को हटाया गया था.
बड़ा फेरबदल
नई सरकार बनने के बाद सीएम मोहन यादव लगातार प्रशासनिक जमावट में लगे हुए हैं. जिसके तहत प्रदेश में एक और बड़ा फेरबदल हुआ है. बता दें कि जनसंपर्क विभाग के आयुक्त मनीष सिंह को हटा दिया गया है. उनकी जगह पर इस प्रभार की जिम्मेदारी आईएएस अफसर विवेक पोरवाल सौंपी गई है. इसके अलावा मनीष सिंह को मेट्रो प्रोजेक्ट के प्रबंध संचालक पद से भी हटा दिया गया है. मेट्रो प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी नीरज मंडलोई को सौंपी गयी है. सामान्य प्रशासन विभाग ने देर रात ये आदेश जारी करके जानकारी दी.
हटाए गए थे प्रमुख सचिव
जनसंपर्क विभाग के आयुक्त को हटाने से पहले प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने सीएम कार्यालय में भी बदलाव किया था. उन्होंने सीएम के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी को पद से हटा दिया था. उनकी जगह पर खनिज साधन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का प्रमुख सचिव बनाया गया है. इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि नए सीएम डा. मोहन यादव शासन के साथ प्रशासन में भी अपनी फील्डिंग जमाने में लग गए हैं.
हो सकते हैं बदलाव
प्रदेश में हुए दो बड़े फेरबदल के अलावा आगामी दिनों में और भी बदलाव के कायास लगाए जा रहे हैं. बता दें कि मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा अतिरिक्त प्रभार में है. ये अगले साल मार्च में सेवानिवृत्त होने वाला है. जबकि डीजीपी सुधीर सक्सेना भी अगले साल रिटायर हो जाएंगे. इन अधिकारियों की जगह इस विभाग की जिम्मेदारी किसे सौंपी जाती है इसे लेकर तलाश लगातार जारी है ऐसे में आने वाले कुछ महीनों में प्रदेश में और बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं.