मनीष पुरोहित/मंदसौर: किसानों पर लॉकडॉउन का गहरा असर पड़ा है हालांकि बड़े किसान एक बार फिर नई फसल तैयार कर पिछले नुकसान की भरपाई के लिए जुट गए है लेकिंन छोटे किसान के लिए नई फसल की तैयारी में भी बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं दूसरी तरफ देश में एकाएक बढ़ती महंगाई ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है. 


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दरअसल मध्यप्रदेश के मंदसौर में कोरोना संक्रमण के दौर में हुए लोगों के बाद पेट्रोलियम उत्पादों के बढ़ते दामों से परेशान छोटे किसान परंपरागत खेती की ओर लौट रहे हैं. खेतों में कुलपे चलाने के लिए मशीनों की सहायता लेने की बजाय किसान खुद यंत्र को खींचते दिखाई दिए. 


बैल खरीदने पडे़ंगे
मंदसौर के किसान उमाशंकर ने बताया कि डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने की वजह से ट्रैक्टर या पेट्रोलियम पदार्थ से चलने वाले यंत्रों से खेत तैयार करने में काफी ज्यादा पैसे लगते हैं. इसलिए वह खुद अपने परिजनों की सहायता से कुलपे चला रहे हैं और महंगाई इसी तरह से बढ़ती रही तो खेती के लिए फिर से बैल खरीदने पड़ेंगे.


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आज नहीं बढ़े पेट्रोल के भाव
देश में मंगलवार यानी 6 जुलाई, 2021 को ईंधन तेल के दामों में राहत मिली है. ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने आज तेल के दामों में कोई बदलाव नहीं किया है. राजधानी भोपाल में पेट्रोल 108.16 प्रति लीटर, और डीजल 98.13 प्रति लीटर रुपये में बिक रहा है. वहीं मंदसौर में भी पेट्रोल शतक के करीब पहुंच गया है.


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