Sandipani Ashram Ujjain: सांदीपनि आश्रम उज्जैन में स्थित है. कहा जाता है कि यहीं पर भगवान कृष्ण ने शिक्षा प्राप्त की थी. आइए जानते हैं आश्रम के बारे में कुछ दिलचस्प बातें.
उज्जैन दुनिया भर में महाकालेश्वर मंदिर के लिए जाना जाता है. लेकिन इसके अलावा भी यहां कई धार्मिक स्थल हैं, जो इस शहर को बाकी शहरों से बेहद खास बनाते हैं. इसमें सांदीपनि आश्रम है, जहां भगवान श्री कृष्ण ने अपनी शिक्षा प्राप्त की थी. आज हम आपको भगवान श्री कृष्ण की उस पाठशाला के बारे में बताएंगे, जहां उन्होंने 64 कलाएं सीखी थीं.
भगवान श्रीकृष्ण, बलराम और सुदामा बचपन में शिक्षा प्राप्त करने के लिए गुरु सांदीपनि के आश्रम में आए थे। तीनों ने अपनी प्राथमिक शिक्षा यहीं से शुरू की.
महर्षि सांदीपनि का आश्रम मंगलनाथ रोड पर स्थित है. आश्रम के पास के क्षेत्र को अंकपात के नाम से भी जाना जाता है. कहते है कि इस स्थान का उपयोग भगवान कृष्ण ने अपनी कलम धोने के लिए किया था.
कहा जाता है कि पहले यह आश्रम घास-फूस का बना हुआ था. लेकिन बाद में इसे बचाने के लिए इसे कंक्रीट का निर्माण कराया गया. महर्षि सांदीपनि आश्रम के एक पुजारी ने बताया कि यह आश्रम 5266 साल पुराना है.
आश्रम में भगवान कृष्ण, बलराम और सुदामा की बाल रूप में बैठी हुई मूर्तियाँ देखी जा सकती हैं. हर कोई हाथों में स्लेट और कलम लिए विद्यार्थी की तरह नजर आ रहा है. जब भगवान श्री कृष्ण यहां पढ़ने आए तो उनकी उम्र 11 साल थी.
कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने यहीं से 64 विद्याओं और 16 कलाओं का ज्ञान प्राप्त किया था. अपने मामा कंस का वध करने के बाद वे बाबा महाकालेश्वर की नगरी अवंतिका आये और 64 दिनों तक रहकर शिक्षा प्राप्त की थी.
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