किस्मत जब देती है तो छप्पर फाड़ के देती है लेकिन जब लेने पर आती है तो सब कुछ छीन लेती है. ऐसा ही कुछ हुआ है पूर्व स्टार क्रिकेटर विनोद कांबली के साथ. विनोद कांबली ने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करते ही तहलका मचा दिया था और उन्हें लंबी रेस का घोड़ा माना जा रहा था लेकिन बाद में विनोद कांबली की गाड़ी ऐसी पटरी से उतरी कि आज वह पाई-पाई के मोहताज हो गए हैं और हालत ये है कि वह अपना परिवार पालने के लिए मैदान पर कोई भी काम करने के लिए तैयार हैं.
विनोद कांबली ने मिड डे के साथ बातचीत में बताया कि बीसीसीआई की 30 हजार रुपए की पेंशन पर उनका घर चल रहा है.
विनोद कांबली इन दिनों काम की तलाश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि "मुझे असाइनमेंट चाहिए ताकि वह युवा क्रिकेटरों की मदद कर सकें. मेरा परिवार है और मुझे उनकी देखभाल करनी है." कांबली ने कहा कि "मैं एमसीए (मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन) अध्यक्ष से अनुरोध करता हूं कि अगर मेरी जरूरत है तो मैं तैयार हूं."
विनोद कांबली ने साल 2000 में अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था. उसके बाद उन्होंने कई प्रोफेशन में हाथ आजमाया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. कांबली कई फिल्मों में भी नजर आए थे.
सचिन तेंदुलकर का जिक्र आने पर कांबली ने कहा कि मैं उनसे कुछ उम्मीद नहीं करता हूं. उन्हें सब पता है.
कांबली ने अपने स्कूल के दिनों में सचिन तेंदुलकर के साथ 664 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की थी. जिसमें उन्होंने 349 और सचिन ने 326 रन बनाए थे. सचिन और कांबली के कोच भी एक ही थे रमाकांत अचरेकर.
कांबली शुरू से ही काफी स्टाइलिश रहे हैं लेकिन अब उन्हें पहचानना भी मुश्किल हो रहा है. उनकी दाढ़ी सफेद और काफी बढ़ी हुई है. आमतौर पर उनके गले में नजर आने वाली सोने की चेन भी अब गायब है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़