Jaivardhan Singh: अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर सियासत भी जमकर हो रही है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान के भी इस मामले में लगातार चर्चा में हैं. वहीं अब दिग्विजय सिंह के बेटे और कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने भी इस मामले में बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि वह भी अयोध्या में राम लला के दर्शन करने जरूर जाएंगे, लेकिन जब मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा तब. बता दें कि उनके पहले उनके पिता दिग्विजय सिंह ने भी इसी तरह का बयान दिया था.   


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कांग्रेस का सनातनी इतिहास वर्षों पुराना 


दरअसल, श्योपुर पहुंचे कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह से जब राम मंदिर को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा 'बीजेपी किसी की ठेकदार नहीं है, बीजेपी 40 सालों की पार्टी है और कांग्रेस का सनातनी इतिहास सालों पुराना है, कांग्रेस के हर हिंदू नेता ने सदेव भगवान राम को पूजा है. राम हम सब के पूजनीय हैं और राम को पूजने की हमारी परंपरा रही है, क्योंकि राम को पूजने से हमारी आत्मा को शक्ति भी मिलती है और जब अयोधया में राम मंदिर का निर्माण पूरा होगा तब हम जाएंगे और राम के दर्शन भी करेंगे. जयवर्धन सिंह ने बीजेपी को घेरते हुए कहा की बीजेपी हमेशा से देश में राम के नाम पर सियासत करने से नहीं चूकती है.'


दिग्विजय सिंह का किया समर्थन 


वहीं इस दौरान वह अपने पिता दिग्विजय सिंह का भी समर्थन करते हुए नजर आए. जब दिग्विजय सिंह को लेकर उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा 'एक बेटे के तौर पर उनके पिता जो भी बयान देते हुए बोलते हैं उससे बीजेपी की जमीन खिसक जाती है, इसलिए बौखलाई बीजेपी उन पर राजनीतिक हमलें करती रहती है.' बता दें कि दिग्विजय सिंह राम मंदिर के मुद्दे पर लगातार बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं. जबकि उनके भाई और पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने भी इस मामले अलग राय दी थी. 


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29 में 10 सीटों पर बेहतर 


कांग्रेस का फोकस अब लोकसभा चुनाव पर बना हुआ है. पार्टी ने मुरैना-श्योपुर लोकसभा सीट का प्रभारी जयवर्धन सिंह को बनाया है, ऐसे में जयवर्धन सिंह ने श्योपुर पहुंचकर कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की थी. उनका कहना है कि कहा की एमपी की 29 में से 10 लोक सभा सीटों पर कांग्रेस की स्थिति मजबूत और बेहतर है, जिसके आधार पर उन्होंने जीता का दम भरते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी में सब एक है और कोई भी गुटबाजी नहीं है. लोकसभा चुनाव में सब मिलकर पार्टी के लिए काम करेंगे और चुनाव लड़ेंगे. 


जयवर्धन सिंह को इस बार पार्टी ने मुरैना लोकसभा सीट का प्रभारी बनाया है, मुरैना सीट पर पिछले चुनाव में बीजेपी के नरेंद्र सिंह तोमर ने जीत हासिल की थी. हालांकि तोमर विधानसभा चुनाव जीतकर मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष बन गए हैं. ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी यहां नए सिरे से रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं. 


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