प्रदीप शर्मा/भिंड: अक्सर प्रेम प्रसंग के मामलो में प्रेमी युगल द्वारा ऐसे कदम उठा लिए जाते हैं, जिनकी वजह से मामले थाने तक पहुंचते हैं. इनके कुछ किससे काफी रोचक भी साबित होते हैं, कुछ ऐसा ही मामला भिंड ज़िले में देखने को मिला है. जहां प्रेम प्रसंग के चलते एक युवक नाबालिग को अहमदाबाद भगा ले गया. युवक को लग रहा था की भिंड पुलिस 8 महीने बाद अहमदाबाद क्यों आएगी लेकिन भिंड पुलिस ने उसे ग़लत साबित कर दिया.


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जानकारी के मुताबिक़ भिंड के किशुपुरा की रहने वाली नाबालिग लड़की को उत्तर प्रदेश के जालौन ज़िले का रहने वाला विशाल श्रीवास नाम का युवक आठ महीने पहले अपने साथ अहमदाबाद भगा ले गया था. परिजन ने मामले की शिकायत भिंड शहर कोतवाली में की थी.. लेकिन लम्बे समय तक कोई सुराग ना लगने से मामला अटका रहा. आख़िर में कुछ दिन पहले इस केस की ज़िम्मेदार महिला सब इन्स्पेक्टर गीता सिकरवार और सब इन्स्पेक्टर नागेश शर्मा को सौंपी गयी. जिन्होंने 5 दिन के अंदर नाबालिग को गुजरात के अहमदाबाद से रिकवर कर लिया.


चैटिंग ऐप के ज़रिए हुई दोस्ती 
आरोपी युवक और नाबालिग लड़की की दोस्ती ऑनलाइन चैटिंग ऐप के ज़रिए हुई थी. बताया जा रहा है की जालौन के रहने वाले विशाल का बहनोई जिस मोबाइल नम्बर का उपयोग करता था, वह बंद हो गया था. तीन महीने बाद वही मोबाइल नम्बर किशुपुरा की रहने वाली नाबालिग लड़की को अलॉट हो गया. एक दिन विशाल ने अपने बहनोई को कॉल किया तो पता चला की नम्बर बंद हो कर दूसरे को अलॉट हो गया. दोनों के बीच कुछ देर सामान्य बातचीत हुई और बाद में ऑनलाइन चैटिंग से दोस्ती हो गयी. फिर कुछ दिनों के बाद दोनों भिंड में एक दूसरे से मिलने भी आए थे. उसके बाद से ही दोनों के बीच प्रेम प्रसंग की शुरुआत हो गयी.


एक साथ बनाया अहमदाबाद भागने का प्लान
घरवाले शादी के लिए राज़ी ना हो इस डर से दोनों ने 8 महीने पहले घर से भागने का प्लान बनाया. लड़की अपने गांव से मामा के घर भिंड आयी. जहां उनके साथ बाज़ार निकल कर नूडल्स खाने की कह मामा से अलग हो गयी. इसी बीच पहले से तय स्थान पर युवक नाबालिग से मिला और उसे लेकर अहमदाबाद निकल गया. जहां वह नाबालिग को लेकर अपने एक दोस्त के पास पहुंच गया और वहीं रहने लगे.


दूसरे के नाम से ख़रीदा नया मोबाइल नम्बर
पुलिस के मुताबिक़ लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट होने पर मोबाइल फ़ोन ट्रैक किए गए लेकिन दोनों के ही फ़ोन स्विच ऑफ आते रहे 6 महीने बाद मामला ठंडा हो गया. जिसके बाद ऑपरेशन मुस्कान के तहत CSP आनंद राय ने इसकी ज़िम्मेदारी एसआई गीता सिकारवर और एसआई नागेश शर्मा को दी. जिन्होंने इस पर काम शुरू किया और साइबर सेल की मदद ली. थोड़ी खोजबीन के बाद पता चला की जिन मोबाइल का उपयोग दोनो करते थे. उनमें नए सिम कार्ड डाले गए थे जो अहमदाबाद के किसी बुजुर्ग के नाम पर रजिस्टर थे. इन नम्बर की डिटेल निकालने पर एक नम्बर की जानकारी लगी जो आरोपी विशाल के दोस्त का था, जब नागेश शर्मा ने उससे बात की और सहयोग की बात की तब जाकर उसने बताया की विशाल अहमदाबाद में है.


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रिकॉर्डिंग में पुलिस को चैलेंज, लड़की तक पहुंचे एसआई
आरोपी के दोस्त ने विशाल की एक रिकॉर्डिंग भी भेजी. जिसमें विशाल यह कहता सुनाई दिया की अब तो आठ महीने हो गए भिंड पुलिस को इतनी फुर्सत नहीं कि वो एक हजार किलोमीटर दूर अहमदाबाद आए. उसने बताया कि वह यहां एक कंपनी में जॉब करने लगा है. इस रिकॉर्डिंग में विशाल ने एरिया अड्रेस भी बताया था जिसके आधार पर एसआई नागेश शर्मा पुलिस टीम के साथ अहमदाबाद पहुंचे और आरोपी की तलाश शुरू की. पूरा दिन की मशक़्क़त के बाद पुलिस आरोपी की फ़ोटो के आधार पर इलाक़े में पतासाजी करते हुए उसके घर तक पहुंची लेकिन आरोपी को पुलिस के आने की भनक लग चुकी थी. उसने नाबालिग को किसी के साथ भेज दिया और खुद भी मौक़े से फरार हो गया लेकिन पुलिस ने जांच में पता कर लिया कि लड़की कहां है. SI नागेश सीधा उस स्थान पर पहुंचे और लड़की को लेकर भिंड आ गए.


चकमा देकर फ़रार हुआ आरोपी युवक
हालांकि इस कार्रवाई में पुलिस ने बताया की आरोपी विशाल चकमा दे कर फ़रार हो गया है. बताया जा रहा की युवक रात में लड़की को लेकर पुणे भागने की फ़िराक़ में था. जिसके लिए सारी तैयारी भी कर ली थी. लेकिन उससे पहले हाई अलर्ट पुलिस उन तक पहुंच गयी. पुलिस उसे जल्द गिरफ़्तार कर करने की बात कह रही है. वहीं नाबालिग का कहना है कि वह अपनी मर्ज़ी से अहमदाबाद गयी थी. जहां मज़दूरी कर अपना पेट पाल रही थी.


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