बस्तरः इन दिनों सोशल मीडिया में बस्तर का एक और वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें उफनती नदी पर गिरे एक वृक्ष को सहारा बना कर ग्रामीण और बच्चे राशन की बोरियां पार करते हुए दिखाई दे रहे हैं. हालांकि इस वीडियो की पुष्टि नहीं हो पाई है कि यह कौन से गांव का है, लेकिन इस वीडियो में ग्रामीणों का आपसी संवाद बस्तरिया गोंडी भाषा में हो रहा है. लोग एक दूसरे को संभल कर बढ़ने की सलाह दे रहे हैं और नदी के एक किनारे से दूसरे किनारे तक राशन की बोरियां पहुंचाई जा रही है. जोखिम भरे इस कार्य में अपने आप को झोंकना ग्रामीणों की मजबूरी है, क्योंकि इन दिनों बस्तर में नदी नाले उफान पर हैं और ऐसे में पेट भरने के लिए राशन का सामान लाना भी जीवन जीने के लिए आवश्यक है. तस्वीर से ऐसा मालूम हो रहा है कि राशन की दुकान नदी के दूसरी तरफ है, जबकि ग्रामीणों का गांव संभवतः नदी के इस पार है. ऐसे में ग्रामीण राशन के लिए अपनी जान जोखिम में डालते दिखलाई दे रहे हैं. बताया जा रहा है कि यह वीडियो बीजापुर या सुकमा जिले के किसी गांव का है, लेकिन अब तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. वीडियो देख आप अंदाजा लगा सकते हैं कि बस्तर में आज भी लोग किस स्तर का जीवन जी रहे हैं, जहां उन्हें एक राशन लाने के लिए जान जोखिम में डालनी पड़ रही है. यह वीडियो देख सोचिए कि आज के समय में इससे बुरा और क्या होता होगा.