राजधानी भोपाल में लगातार झोपड़ियों की संख्या बड़ रही है. ऐसा नहीं है कि स्लम एरिया हटाने की कोशिश नहीं की गई हो. 38 साल में तीन बार राजधानी को झुग्गी मुक्त बनाने का अभियान चला. 1450 करोड़ रुपए खर्च भी किए गए, लेकिन शहर में झुग्गी बस्तियों के इलाकों की संख्या 3 से बढ़कर 72 तक पहुंच गई. सबसे ज्यादा झुग्गी वाले देश के टॉप-10 शहरों में भोपाल भी शामिल है. भोपाल को सबसे पहले झुग्गी मुक्त बनाने के लिए 1984 में अभियान चलाया गया था. लेकिन इसके बाद भी और झुग्गियां तन गईं. साल 2008 में झुग्गी हटाकर आवास बनाए गए, लेकिन इसका भी ज्यादा फायदा नहीं मिला. करोड़ों रुपए खर्च भी हुए, लेकिन नतीजा इस बार भी सिफर रहा. अब फिर शहर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 14 हजार फ्लैट बनाने का अभियान चल रहा है. इस पर 546 करोड़ खर्च होंगे. अब देखते हैं झुग्गियों पर क्या फर्क पड़ता है.
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