लजीज मीट वाले कड़कनाथ मुर्गे को हाल ही में मध्यप्रदेश का जीआई टैग मिला है. जिसके बाद प्रदेश सरकार ने कड़कनाथ मुर्गे के पालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं. इसके लिए राज्य के अलग-अलग ज़िलों में किसानों को जागरुक किया जा रहा है. जिन ज़िलों में कड़कनाथ के पालन का चलन तेज़ी से बढ़ रहा है उनमें से एक है धार. जहां कड़कनाथ मुर्गे का पालन एक महत्वपूर्ण कारोबार बनता जा रहा है. जिले के कृषि विज्ञान केंद्र में इसके लिए प्रजनन केंद्र तैयार किया गया है. जहां से किसानों को कड़कनाथ के पालन के लिए निशुल्क प्रशिक्षण और चूज़े दिए जाते हैं. कृषि विज्ञान केन्द्र किसानों को 50 रूपए से 65 रूपए तक चूजे उपलब्ध करवा रहा है. किसान इन चूजों को तीन से साढ़े तीन महीने बाद 900 रूपए से 1200 रूपए तक बेचकर करीब डेढ़ गुना फ़ायदा कमा रहे हैं.