राधिका का कहना है कि यदि उनके पति जिंदा होते तो वो भी यही (दान) करते. राधिका का कहना है कि उनसे ज्यादा उन गरीबों को पैसों की जरुरत है जो कोरोना महामारी के दौरान आर्थिक तंगी में हैं.
Trending Photos
अविनाश विशाल/बस्तर: कोरोना त्रासदी में एक शहीद की पत्नी ने देश के प्रति समर्पण की मिसाल पेश की है. एक महीने पहले नक्सली मुठभेड़ में पति को खो चुकी राधिका साहू ने आर्थिक तंगी के बावजूद सीएम केयर फंड में 10 हजार की आर्थिक मदद दी है. जिसके बाद खुद सीएम बघेल ने उनके जज्बे को सलाम किया है.
राधिका साहू ने 10 हजार रुपये बस्तर एसपी के जरिए भिजवाए हैं. राधिका का कहना है कि यदि उनके पति जिंदा होते तो वो भी यही (दान) करते. राधिका का मानना है कि उनसे ज्यादा उन गरीबों को पैसों की जरुरत है जो कोरोना महामारी के दौरान आर्थिक तंगी में हैं.
बस्तर में एक महीने पहले हमारे जवान उपेंद्र साहू जी नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हुए थे।
उनकी पत्नी राधिका साहू जी कल बस्तर SP के पास पहुँचीं और दस हज़ार रुपये "मुख्यमंत्री राहत कोष" में कोरोना से लड़ने हेतु प्रदान कर बोली " मेरे पति होते तो वो भी यही करते"
नि:शब्द हूँ। सलाम है pic.twitter.com/QVEZY28QTi
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 29, 2020
राधिका के इस जज्बे से प्रभावित होकर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने ट्वीट भी किया है. उन्होंने कहा है कि वे '' निः शब्द हैं और राधिका को सलाम करते हैं '' . उधर, राधिका अनुकम्पा नियुक्ति की आस लिए हुए है ताकि वो अपने दो बच्चों का भविष्य संवार सके. पति के शहीद होने के बावजूद राधिका खुद पुलिस की नौकरी कर देश सेवा करना चाहती हैं.
राधिका पर दो बच्चों के पालन पोषण की जिम्मेदारी है. राधिका के दो बेटे हैं जिनमें एक चौथी और दूसरा दूसरी क्लास में पढता है. वह ससुराल से अलग अपनी दीदी के यहां शरण लिए हुए है. आरक्षक पद पर तैनात रहे उनके पति उपेंद्र साहू एक महीने पहले बस्तर के बोदली इलाके में नक्सली मुठभेड़ के दौरान वीर गति को प्राप्त हुए थे.