Manipur Violence News: मध्य प्रदेश सरकार मणिपुर से 24 छात्रों को वापस लाएगी. पूर्वोत्तर राज्य में भड़की सामुदायिक हिंसा के बाद हालात तनावपूर्ण है, जिसमें 60 लोगों की जान गई है और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं.


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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को छात्रों से बात की थी. उनके निर्देश पर संबंधित अधिकारियों ने छात्रों से संपर्क कर उन्हें वापस लाने की व्यवस्था की जानकारी दी. सरकार ने फिलहाल छात्रों समेत 50 लोगों की वापसी का इंतजाम किया है.


छात्रों को दिल्ली से लाते हुए घर पहुंचाया जाएगा 
छात्रों को पहले इंफाल से गुवाहाटी और फिर दिल्ली भेजा जाएगा. वहां से उन्हें घर लाया जाएगा. मुख्यमंत्री चौहान ने इस संबंध में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से भी बात की थी.


एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राज्य सरकार के पास मध्य प्रदेश के 24 छात्रों और अन्य लोगों के बारे में जानकारी है जो वर्तमान में मणिपुर में हैं. लेकिन अगर कोई और राज्य सरकार से संपर्क करता है तो उन्हें भी वापस लाया जाएगा.


मध्यप्रदेश लौटने वालों को एलायंस एयरलाइन के विमान से मंगलवार दोपहर इम्फाल से गुवाहाटी लाया जाएगा. वहां से उन्हें नई दिल्ली के लिए रवाना किया जाएगा.


मध्यप्रदेश भवन में इनके ठहरने एवं भोजन की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश नई दिल्ली स्थित रेजिडेंट कमिश्नर को भेज दिये गये हैं. राष्ट्रीय राजधानी से, छात्रों को इंदौर और भोपाल, जो भी उनके गृहनगर के निकटतम है, के लिए विमान से भेजा जाएगा.


3 मई को मणिपुर में भड़की हिंसा
गौरतलब है कि मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समुदाय द्वारा उसे अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में ‘ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर’ (एटीएसयूएम) की ओर से 3 मई (बुधवार) को आयोजित ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के दौरान चुराचांदपुर जिले के तोरबंग क्षेत्र में हिंसा भड़क गई थी, जो रातोंरात पूरे राज्य में फैल गई थी.


मणिपुर के सीएम ने शांति की अपील
मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने मंगलवार को कहा, ‘3 मई की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में लगभग 60 निर्दोष लोगों की जान चली गई, 231 लोगों को चोटें आईं और लगभग 1700 घर जल गए. मैं लोगों से राज्य में शांति की अपील करता हूं.’