Mahadev Betting App: बॉलीवुड सितारों पर ED का शिकंजा; श्रद्धा कपूर समेत 5 एक्टर्स को पूछताछ के लिए बुलाया; जानें मामला
ED Action in Mahadev Betting App: छत्तीसगढ़ में हुए महादेव बेटिंग ऐप मामले में ईडी के एक्शन ने बॉलीवुड में खलबली मचा दी है. एजेंसी ने एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर समेत कई कलाकारों को पूछताछ के लिए तलब किया है.
ED sent notice to Actress Shraddha Kapoor, Kapil Sharma, Huma Qureshi and Hina Khan: प्रवर्तन निदेशालय (ED) छत्तीसगढ़ के ‘महादेव बेटिंग ऐप’ (Mahadev Betting App) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर के पूछताछ के लिए तलब किया है. उनके साथ ही हास्य कलाकार कपिल शर्मा, अभिनेत्री हुमा कुरैशी और हिना खान को समन भेजकर अलग-अलग तारीख पर पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है. ईडी इस मामले में पहले ही बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर को समन भेजकर 6 अक्टूबर को रायपुर के ईडी ऑफिस में पूछताछ के लिए उपस्थित होने का निर्देश दे चुकी है. माना जा रहा है कि कपूर ने दो सप्ताह का समय मांगा है.
'रायपुर ऑफिस में पेश हों कलाकार'
ईडी अधिकारियों ने बताया कि हाल में एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) समेत चारों कलाकारों को समन भेज कर अलग-अलग तारीखों पर रायपुर कार्यालय में पेश होने का निर्देश दिया गया है. ईडी पीएमएलए के तहत उन सबका बयान दर्ज कर यह समझने की कोशिश करेगी कि ऐप बनाने वालों के कथित तौर पर किए गए भुगतान और धन प्राप्ति का तरीका क्या था.
मोटी रकम लेकर किया प्रचार
माना जा रहा है कि इन कलाकारों को मामले में आरोपी नहीं बनाया जाएगा. समझा जाता है कि इन कलाकारों ने महादेव ऐप (Mahadev Betting App) का प्रचार किया था और कुछ ने ऐप के एक प्रवर्तक की विदेश में हुई शादी में मेहमानों का मनोरंजन किया था. आरोप है कि इन सब अभिनेताओं ने मोटी रकम लेकर ऐप का जमकर प्रचार किया. जिसके झांसे में आकर कई लोगों ने इस ऐप में अपनी जिंदगीभर की पूंजी लगा दी और बाद में कंगाल हो गए.
क्या है 'महादेव बेटिंग ऐप' घोटाला?
रिपोर्ट के मुताबिक रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर ने 'महादेव बेटिंग ऐप' (Mahadev Betting App) बनाया था. इस ऐप के जरिए कथित तौर पर पोकर, बैडमिंटन, टेनिस, क्रिकेट और कार्ड समेत विभिन्न लाइव गेम्स में अवैध सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म प्रदान किया जाता है. इसके जरिए विभिन्न अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को सक्षम बनाने के लिए प्रमोट किया जाता है. आरोप है कि इसके जरिए ऐप संचालकों ने करीब 5 हजार करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया और उसका बड़ा हिस्सा देश के बाहर भेज दिया. इस ऐप का पाकिस्तान से भी लिंक होने का संदेह जताया जा रहा है.