मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री जयदत्त क्षीरसागर ने बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से इस्तीफा दे दिया और शिवसेना में शामिल हो गए. मराठवाड़ा क्षेत्र के बीड जिले के रहने वाले क्षीरसागर ने बताया कि उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है.


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उन्होंने एनसीपी नेतृत्व पर उन्हें नजरअंदाज करने और विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे को अधिक महत्व देने का आरोप लगाते हुए असंतोष व्यक्त किया. मुंडे भी बीड इलाके से ही आते हैं और दिवंगत गोपीनाथ मुंडे के भतीजे हैं. 



क्षीरसागर ने बीड से BJP उम्मीदवार को समर्थन दिया था
लोकसभा चुनाव के दौरान क्षीरसागर ने बीड से भाजपा उम्मीदवार प्रीतम मुंडे को समर्थन दिया था. उन्होंने कहा,‘एनसीपी में मुझे घुटन महसूस हो रही थी. इसलिये मैंने विधानसभा की सदस्यता और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया है.' क्षीरसागर ने कहा, 'मुझे लगता है कि मैं शिवसेना के साथ स्वतंत्रता से काम कर पाऊंगा और इस वजह से ही में पार्टी शामिल हो रहा हूं.'


क्या बोली एनसीपी?
एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि क्षीरसागर ने मानसिक रूप से बहुत पहले ही पार्टी छोड़ दी थी और केवल विधायक के तौर पर अपना स्थान सुरक्षित करने के लिए रुके हुए थे.


उन्होंने कहा,‘क्षीरसागर के पार्टी छोड़ने से पार्टी की संभावनाओं को कोई नुकसान नहीं होगा. वह एक ऐसे नेता हैं जो अपनी खुद की सीट भी नहीं बचा पाएंगे.’