नागपुर : शीतकालीन सत्र शुरू होने के दस दिन बाद भी महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता के पद पर किसी की नियुक्ति नहीं होने को लेकर आज हंगामा तेज हो गया जहां कांग्रेस और राकांपा के सदस्यों ने तत्काल नेता प्रतिपक्ष की घोषणा की मांग करते हुए एक बार फिर सदन की कार्यवाही को बाधित किया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में सरकार के हस्तक्षेप से इनकार किया है।


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आठ दिसंबर को सत्र शुरू हुआ था और पिछले हफ्ते भी परिषद में इस मुद्दे को लेकर हंगामा हुआ था। सदस्यों ने मांग की कि विनोद तावड़े के राज्य सरकार में मंत्री बनने के बाद नेता प्रतिपक्ष के इस्तीफे के चलते पद खाली होने के बाद इसे जल्द से जल्द भरने का फैसला किया जाए। आज सदन में प्रश्नकान के बाद राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने मुद्दे को उठाया और कहा कि सदन को नियमों के मुताबिक काम करना चाहिए।


उन्होंने मांग की, ‘सत्र चल रहा है और विपक्ष के नेता पद पर कोई नहीं है। मुख्यमंत्री को इसका संज्ञान लेना चाहिए और विपक्ष के नेता पद की घोषणा आज की जानी चाहिए।’ इस पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मामला सभापति के अधिकार क्षेत्र में आता है।