देहरादून: उत्तराखंड में विधान सभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Election) से पहले नेताओं का दलबदल का खेल जारी है. इस बीच महिला कांग्रेस अध्यक्ष (Mahila Congress President) सरिता आर्य (Sarita Arya) भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गई हैं. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने सरिता आर्य को बीजेपी की सदस्यता दिलाई.


सरिता आर्य ने क्यों छोड़ी कांग्रेस?


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बीजेपी में शामिल होने के बाद सरिता आर्य ने कहा कि जहां सम्मान मिलेगा, मैं वहां रहूंगी. अब से बीजेपी को मजबूत बनाने के लिए काम करूंगी. कांग्रेस ने महिला शक्ति और महिला वर्ग की उपेक्षा की है इसलिए मैं बीजेपी में शामिल हो रही हूं.


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धामी कैबिनेट के मंत्री को बीजेपी कर चुकी है बर्खास्त


बता दें कि कल (रविवार को) बीजेपी ने धामी कैबिनेट के मंत्री हरक सिंह रावत को पार्टी से बर्खास्त किया था. बीजेपी ने हरक सिंह रावत को 6 साल के लिए पार्टी से निकाला है. पार्टी से निकाले जाने के बाद हरक सिंह रावत का कहना है कि वो कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे. उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार पूर्ण बहुमत से आने वाली है.


बहू के लिए टिकट मांगने का हरक सिंह रावत पर है आरोप


बीजेपी का आरोप है कि हरक सिंह रावत टिकट बांटने को लेकर पार्टी पर दबाव बना रहे थे. हरक सिंह रावत लैंसडौन विधान सभा सीट से अपनी बहू के लिए टिकट की मांग कर रहे थे. इसके अलावा वो खुद भी कोटद्वार विधान सभा सीट को छोड़कर सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे.


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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हम एक परिवार में एक टिकट ही देंगे. वंशवाद को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा. हमारी पार्टी वंशवाद से दूर रहने वाली पार्टी है. कांग्रेस में वंशवाद को बढ़ावा दिया जाता है. हम राष्ट्रवाद को लेकर चलते हैं. हरक सिंह रावत को राजनीति का लंबा अनुभव है वो खुद तय करें कि उन्हें कहां जाना है.



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