कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलवामा में सीआरपीएफ कर्मियों पर हुए आतंकी हमले के खिलाफ शनिवार को एक कैंडिल मार्च का नेतृत्व किया और कहा कि देश बहादुर जवानों के साथ एकजुट खड़ा है. यह मार्च दक्षिण कोलकाता में हजरा क्रॉसिंग से शुरू हुआ और मायो रोड इलाके में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा तक गया.


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जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार को जैश-ए-मोहम्मद के फिदाई आतंकवादी ने 100 किलोग्राम से ज्यादा विस्फोटक से लदी गाड़ी को सीआरपीएफ कर्मियों को ले जारी बस से भिड़ा दिया था जिसमें बल के 40 कर्मी शहीद हो गए.


'देश एकजुट है'
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि आतंकवादियों का ‘कोई धर्म या जाति’ नहीं होती है. ममता बनर्जी ने मार्च के बाद कहा, ‘ देश एकजुट है. हम एक हैं और अपने जवानों के साथ एकजुट खड़े हैं. आतंकवादी, आतंकवादी होते हैं. उनका कोई धर्म, कोई जाति नहीं होती है.’



इस मार्च में वह अन्य तृणमूल नेताओं के साथ मोमबत्ती थामे देखी गई हैं. लोग तृणमूल कार्यकर्ताओं के साथ खामोशी से चल रहे थे. पार्टी कार्यकर्ता राष्ट्रीय ध्वज और पोस्टर पकड़े थे जिनमें हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के सभी 40 कर्मियों के नाम लिखे थे.


(इनपुट - भाषा)