Manish Sisodia: दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी की तरफ से आयोजित 'जनता की अदालत' नामक सभा में केंद्र सरकार और जांच एजेंसियों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ईडी ने झूठे मामलों में उन्हें जेल भेजा और जेल में तोड़ने की कई कोशिशें कीं. सिसोदिया ने कह कि ईडी ने उनके घर को जब्त कर लिया. उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी ने उनके बैंक खातों को भी सीज कर दिया, जिसमें उनकी सैलरी के 10 लाख रुपये थे. 


'ये सभी मानसिक प्रताड़ना का हिस्सा'


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इतना ही नहीं सिसोदिया ने कहा कि उनकी पत्नी बीमार थी और उनका बेटा पढ़ता था. खातों के सीज होने के कारण उन्हें बेटे की कॉलेज फीस के लिए दूसरों के सामने मदद मांगनी पड़ी. उन्होंने कहा कि ये सभी मानसिक प्रताड़ना का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य उन्हें तोड़कर अपनी पार्टी में शामिल कराना था.


AAP की 'जनता की अदालत'


असल में ये सभी बातें सिसोदिया ने आम आदमी पार्टी की तरफ से आयोजित 'जनता की अदालत में कही हैं. इसी सभा में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा का आने वाला चुनाव कोई मामूली चुनाव नहीं है, यह चुनाव अरविंद केजरीवाल की अग्नि परीक्षा है.


अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि यदि आपको लगता है कि अरविंद केजरीवाल ईमानदार है तो हमें वोट देना. यदि आपको लगता है कि केजरीवाल बेईमान है तो मुझे कतई वोट मत देना. अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर उन्होंने कहा कि नेताओं को ऐसे आरोपों से कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन मैं नेता नहीं हूं, मुझे फर्क पड़ता है. मुझे जब ये बीजेपी वाले चोर, भ्रष्टाचारी कहते हैं, मुझे जब ये गाली देते हैं तो मुझे फर्क पड़ता है. 


उन्होंने कहा कि आज मैं बहुत दुखी हूं. मेरी आत्मा पीड़ित है. मैं अंदर से बहुत दुखी हूं और इसलिए मैंने इस्तीफा दिया, मैंने अपनी जिंदगी में केवल इज्जत, केवल ईमानदारी कमाई है. मेरे पास कोई पैसा नहीं है. आज मेरे पास दिल्ली में रहने के लिए अपना एक घर तक नहीं है. केजरीवाल ने कहा कि हमारी सरकार के कामों को देखते हुए केंद्र सरकार को लगा कि यदि इनसे जीतना है तो इन्हें बदनाम कर दो. इसके लिए षड्यंत्र रचा गया कि अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और पूरी आम आदमी पार्टी को बेईमान साबित करो. इसके लिए हमें जेल में डाल दिया गया.